- 295 किलोमीटर में से 40 किलोमीटर तक दो लाइन बिछाई जा चुकी है
- अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनने के बाद पूर्वांचल से लोगों का अधिक होगा आवागमन
- दो लाइनें होने से इस रूट पर ट्रेनों की बढ़ जाएगी संख्या
Varanasi News: वाराणसी में बाबा विश्वनाथधाम का विस्तार होने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। इसी तरह अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि होने वाली है। इसको ध्यान में रखकर रेलवे ने नई लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया है। ताकि इस रूट पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सके। ऐसे में अगले साल तक काशी से अयोध्या के बीच दो रेल लाइनें हो जाएंगी।
जौनपुर से अयोध्या होकर बाराबांकी के रास्ते लखनऊ तक लाइन दोहरीकरण और विद्युतीकरण का काम दिसंबर 2023 तक पूरा कर लिया जाना है। इस रूट पर 295 किलोमीटर में से 40 किलोमीटर तक लाइन दोहरीकरण का काम कर भी लिया गया है। शेष सिंगल लाइन के दोहरीकरण का काम जारी है।
वाराणसी से अयोध्या के लिए विशेष अनारक्षित ट्रेन चलाने का प्रस्ताव
बता दें इस रेल लाइन के दोहरीकरण में वाराणसी और अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि हो जाएगी। अयोध्या में भी श्रीराम मंदिर बनने के बाद पूर्वांचल से भी लोगों का अधिक आवागमन होने लगेगा। फिर रेल रूट से आवागमन बेहद आसान हो जाएगा। दो रेल लाइनें हो जाने के बाद इस रूट पर ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी। वाराणसी से अयोध्या के लिए विशेष अनारक्षित ट्रेन चलाने का भी प्रस्ताव भेजा गया है। अब लखनऊ मंडल स्तर से प्रस्ताव को मंजूरी मिलने का इंतजार है।
गोमती पर पुल बनने के बाद बिना रुकावट हो सकेगा परिचालन
अभी जौनपुर सिटी से बाराबंकी तक दो लाइनें हैं। जबकि कैंट तक छह किलोमीटर तक सिंगल लाइन रहनी है। जाफराबाद से जौनपुर सिटी के बीच छह किलोमीटर की दूरी है। इस पर गोमती नदी पर बने पुल पर सिंगल लाइन बिछी है। अब रेलवे ने इस नदी पर भी रेल पुल का प्रस्ताव बनाया है। जौनपुर सिटी से बाराबंकी तक दोहरीकरण होने के बाद इस पुल का निर्माण शुरू होगा।