- स्थानीय पुलिस की मदद से तेलंगाना पुलिस ने आरोपियों को दबोचा
- एक एप के माध्यम से लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे युवक
- तेलंगाना पुलिस ने लोकेशन मिलने के बाद स्थानीय पुलिस से किया संपर्क
Police Raid in Chandauli: शहर में बुधवार दोपहर को छापेमारी कर तेलंगाना पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने पांच बैगों से 100 और 2 हजार के नोटों के कुल 9 करोड़ 81 लाख रुपए जब्त किए हैं। बरामद पैसे ठगी करके इकट्ठा किए गए हैं। पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से ठगी के मुख्य आरोपी अभिषेक जैन के रविनगर स्थित कार्यालय से रुपये जब्त किए हैं। अभिषेक के यहां काम करने वाले अलीनगर के आलमपुर के कैलाश यादव को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस जालसाजों के मोबाइल की जांच कर रही है। इन्होंने राजस्थान के बीकानेर और भीलवाड़ में बैंक में चालू खाता खोल रखा था।
मुगलसराय इंस्पेक्टर बृजेश तिवारी का कहना है कि तेलंगाना पुलिस की निशानदेही पर अभिषेक जैन व कैलाश यादव को दबोचा गया है। इनसे जो रुपये बरामद किए गए हैं, वह धोखाधड़ी, जालसाजी व हवाला के हैं। इसमें कैलाश यादव का मोबाइल भी इस्तेमाल किया गया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि एक एप के जरिए अभिषेक लोगों के पैसे इन्वेस्ट कराता था। झांसे में फंसाने के लिए वह एक निर्धारित अवधि में राशि को दोगुनी करने का प्रलोभन देता था। आरोपी ने तेलंगाना राज्य के कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। मामले में हैदराबाद के साइबर सेल की टीम ने कार्रवाई की है।
दो बैंकों के खाते में रुपए मंगवाता था ठग
राजस्थान के भीलवाड़ा के दो बैंक के चालू खाते से जालसाज आरोपी पैसे लेता था। भीलवाड़ा में भी जालसाज का एजेंट काम करता था। राजस्थान में पैसे लेन देने की जिम्मेदारी उसी एजेंट पर रहती थी। तेलंगाना पुलिस की मुगलसराय में कार्रवाई के बाद चर्चा है कि, राजस्थान में भी पुलिस पहुंच सकती है। पुलिस का कहना है कि, कईयों का राज खोलगा मुख्य आरोपी अभिषेक जैन व उसके कर्मचारी कैलाश यादव का मोबाइल फोन। मोबाइल से ही आरोपी रुपये के लेन-देन सहित लोगों को अपने जाल में फंसाता था। हैदराबाद के साइबर सेल की टीम मोबाइलों की जांच-पड़ताल करेगी। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ठगी के धंधे में शामिल लोगों की धड़कन तेज हो गई है।
वाराणसी आयकर विभाग की टीम पहुंची कोतवाली
तेलंगाना पुलिस की छापेमारी की सूचना मिलते ही वाराणसी आयकर विभाग की टीम भी कोतवाली पहुंच गई। इस टीम ने भी बरामद रुपयों की जांच की। इसके साथ ही आरोपियों से पूछताछ की। माना जा रहा है कि, इन दोनों की गिरफ्तारी के ठगी के एक बड़े रैकेट का खुलासा हो सकता है। पुलिस अब हर बिंदु पर जांच कर रही है।