- कॉलेज के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के चौथे वर्ष के छात्रों ने बनाई है इलेक्ट्रिक स्वचालित कार
- आईआईटी बीएचयू में आयोजित दो दिवसीय पिच चैलेंज में यह कार रही आकर्षण का केंद्र
- सेंसर, कैमरा, 2-डी रडार सेंसर आदि से लैस है कार
IIT BHU: आईआईटी बीएचयू के छात्रों ने कमाल कर दिया। इस संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग चौथे वर्ष के छात्रों ने जबरदस्त माइलेज और सुविधाओं से लैस कार बनाई है। यह कार एक यूनिट बिजली में 465.1 किलोमीटर की यात्रा कर सकेगी। सोमवार से आईआईटी बीएचयू में शुरू हुए दो दिवसीय पिच चैलेंज में यह कार आकर्षण का केंद्र बनी रही।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से यह कार लैस है। कार में सेंसर, कैमरा, 2-डी रडार सेंसर, ऑन बोर्ड कंप्यूटर और कंट्रोलर की मदद से यह खुद चलती है। कार में जरूरत पड़ने पर खुद-ब-खुद ब्रेक लगाता है और आवश्यकता के अनुसार ही कार की गति तेज या धीमी होती है।
कार में इस्तेमाल की गई हाईपर एरोडायनामिक तकनीक
आईआईटी बीएचयू ने इस तकनीक के लिए पेटेंट आवेदन और शोधपत्र दाखिल कर दिया है। कार को बनाने वाली टीम अवेरेरा आईआईटी बीएचयू के राहुल का कहना है कि, कार्बन फाइबर से बने इस वाहन में हाईपर एरोडायनामिक तकनीक का प्रयोग किया गया है। टीम भारतीय सड़कों के लिए स्वचालित गाड़ी भी बना रही है। जून के पहले चरण का परीक्षण सफल रहा है। बिना किसी चालक के एक जगह से दूसरी जगह की दूरी वाहन ने बिना हादसे के तय की।
स्वचालित इलेक्ट्रिक वाहन पर 2013 से शोध कर रही टीम
टीम एवरेरा के प्रो. अमितेश कुमाार एवं डॉ. आरके सिंह के मार्गदर्शन में यह प्रोजेक्ट पूरा किया गया है। इसके लिए आईआईटी बीएचयू के आईडीएपीटी हब फाउंडेशन ने 30 लाख रुपए की मदद की है। अवेरेरा आईआईटी बीएचयू की टीम स्वाचालित इलेक्ट्रिक वाहन पर 2013 से ही शोध कर रही है। 2018-19 में मलेशिया में हुए शेल इको-मैराथन प्रतियोगिता में इनके बनाए वाहन ने 465.1 किलोवाट घंटा की क्षमता के साथ दूसरा स्थान पाया।
प्रोजेक्ट टीम में यह लोग शामिल
कार की प्रोजेक्ट टीम में राहुल के अतिरिक्त अथर्व, प्रतीक अग्रवाल, शुभ, उत्कर्ष, प्रतीक, नैतिक, प्रथमेश, जयनिल, सिद्धांत, यश, नचिकेता आदि शामिल हैं।