- कैंट पुलिस ने ऑटो रिक्शा के साथ तीनों को पकड़ा
- अलग-अलग ऑटो वाले को प्रति दिन 500 रुपए देते थे
- कैमरे की नजर से बच नहीं सके तीनों आरोपी
Varanasi News: अलग-अलग लोगों से हर दिन किराए पर ऑटो लेकर यात्रियों से लूटपाट करने वाले तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह तीनों प्रतिदिन 500 रुपए देकर अलग.अलग लोगों से ऑटो लेते थे। फिर उसमें यात्रियों को बैठाकर उनसे लूटपाट को अंजाम दिया करते थे। गिरफ्तार तीनों लोगों के पास से कैंट पुलिस ने लूट की रकम भी बरामद की है।इस संबंध में डीसीपी वरुणा जोन आरती सिंह का कहना है कि आसानी से कमाई करने के लिए बदमाशों ने इस रास्ते को चुना था।
चंदौली के नौबतपुर के रहने वाले अधिवक्ता रुद्रकांत पांडेय 30 अगस्त की शाम कचहरी से मैदागिन जाने के लिए ऑटो में बैठे थे। ऑटो मिंट हाउस के पीडब्ल्यूडी मोड़ पर पहुंचा तो उसमें सवार तीन बदमाशों ने उनका बैग लूट लिया। उसमें 10 हजार रुपए एवं कागजात थे।
ऑटो के मालिक की जानकारी होते ही खुली पोल
मामले की जांच कर रहे कैंट थाना प्रभारी प्रभुकांत को सूचना मिली कि अधिवक्ता से जिस ऑटो में लूटपाट की गई है, वह जंसा थाना क्षेत्र अंतर्गत दरेखू के रहने वाले बिंदू सिंह के नाम पर है। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो पता चला कि बड़ागांव के कोईराजपुर निवासी गोरखनट, फुलवरिया निवासी संतोष कुमार एवं लल्लापुरा के मो निहाल ने किराए पर ऑटो लिया था। इसके बाद इन तीनों को कैंट रेलवे स्टेशन के पिछले हिस्से में पीएनयू क्लब के पास से गिरफ्तार कर लिया गया था।
लुटेरों ने कबूला अपना जुर्म
थाना प्रभारी प्रभुकांत का कहना है कि सख्ती से पूछताछ में तीनों बदमाशों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इनके पास से पुलिस ने लूटी गई रकम में से 4250 रुपए और ऑटो यूपी 65 ईटी 5424 को जब्त किया है। दरअसल ऑटो सवार को लूटने वाले यह तीनों लोगों की तलाश में पुलिस को काफी पसीना बहाना पड़ा। सिगरा स्थित सिटी कमांड सेंटर से लेकर कई जगहों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखनी पड़ी। तब जाकर तीन-चार दिनों के बाद ये तीनों लुटेरे पकड़ में आए। इन्हें गिरफ्तार करने वालों में कैंट थाने के सब इंस्पेक्टर राजकुमार पांडेय, प्रवीण सचान, हिमांशु त्रिपाठी और कमांड सेंटर प्रभारी दुर्गेश कुमार शामिल हैं।