- भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को कमतर किया
- उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या 50 प्रतिशत तक घटाई
- नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग से भी कर्मचारियों को कम किया गया
नई दिल्ली: पिछल हफ्ते भारत ने पाकिस्तान से नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग से कर्मचारियों की संख्या 50 फीसदी तक कम करने को कहा था। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने ये भी कहा था कि भारत भी इस्लामाबाद में अपने उच्चायोग से कर्मचारियों की संख्या कम करेगा। इसी के चलते इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के 76 अधिकारियों में से 38 आज भारत लौट रहे हैं। भारतीय उच्चायोग के अधिकारी, जिनमें छह राजनयिक शामिल हैं, वाघा बॉर्डर के रास्ते से पाकिस्तान से वापस आ रहे हैं।
इसके अलावा नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के भी 143 अधिकारी मंगलवार को अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान लौट गए।
'पाक उच्चायोग के अधिकारी जासूसी में लिप्त'
पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंध कम करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था, 'पाकिस्तान इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को डराने का लगातार अभियान चला रहा है। भारत ने पाकिस्तान के उपउच्चायुक्त से कहा कि पाक उच्चायोग के अधिकारी जासूसी में लिप्त हैं, आतंकी संगठनों से संबंध रखे हुए हैं। भारत ने पाकिस्तान के उपउच्चायुक्त को तलब कर दिल्ली स्थित उच्चायोग के अधिकारियों की गतिविधियों को लेकर अपनी चिंता जाहिर की।'
विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद में हाल ही में दो भारतीय अधिकारियों का अपहरण होने और उनके साथ किए गए बर्बर बर्ताव का भी जिक्र किया।
PAK का भारत पर आरोप
भारत की इस सख्ती से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर ही कूटनीतिक शिष्टाचार के उल्लंघन का आरोप लगाया। यह भी कहा कि भारत कश्मीर में मानवाधिकारों की अनदेखी कर रहा है। यहां तक कि उसने हालिया भारत-चीन विवाद का भी जिक्र किया और इसे उस घटनाक्रम से ध्यान भटकाने की कोशिश करार दिया।