- चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही ने नेपाल का दौरा किया
- कुछ दिन पहले भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने नेपाल की यात्रा की थी
- नवंबर के पहले सप्ताह में भारत के सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे भी नेपाल पहुंचे थे
काठमांडू : भारत और चीन के बीच के चली आ रही तनातनी के बीच चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही ने नेपाल का दौरा किया। उन्होंने रविवार (29 नवंबर) को नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली से मुलाकात की साथ ही नेपाली सेना प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा से अनेक विषयों पर चर्चा की। हालांकि इस मुलाकात को इस मुलाकात का उद्देश्य द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को मजबूत करना और मौजूदा दोस्ताना संबंधों को नई ऊंचाई पर पहुंचाना है। गौर हो कि चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही की यह यात्रा भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला की नेपाल की दो दिन की यात्रा के बाद हो रही है। इससे पहले नवंबर के पहले सप्ताह में भारत के सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने नेपाल का तीन दिवसीय दौरा किया था। हालांकि उनकी यात्रा का मकसद दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के चलते संबंधों में आई तल्खी को दूर कर द्विपक्षीय संबंधों को दोबारा पटरी पर लाना था।
उधर चीन के रक्षा मंत्री के दौरे को लेकर नेपाली सेना ने एक बयान में कहा कि चीन के स्टेट काउंसिलर जनरल वेई ने नेपाल की अपनी एक दिन की कामकाजी यात्रा के दौरान यहां सेना मुख्यालय में सेना प्रमुख जनरल थापा से द्विपक्षीय वार्ता की। बयान के अनुसार दोनों ने द्विपक्षीय हितों के विभिन्न विषयों पर सौहार्दपूर्ण बातचीत की। गौरतलब है कि पिछले वर्ष अक्टूबर में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग दो दिन की नेपाल यात्रा पर आए थे और उसके बाद चीन की यह पहली उच्च स्तरीय यात्रा है।
चीन के रक्षा मंत्री के नेतृत्व में 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल नेपाल आया है। नेपाल की सेना ने कहा कि चीन के रक्षा मंत्री ने दोनों प्रस्तावों पर सकारात्मक तरीके से विचार किया और कहा कि द्विपक्षीय सहयोग जल्द से जल्द बहाल होना चाहिए, जिसमें उच्चस्तरीय यात्राएं शामिल हों। बयान के अनुसार जनरल वेई ने कोविड-19 महामारी से लड़ने में नेपाल की सेना को अतिरिक्त सहायता देने का संकल्प जताया। नेपाली सेना ने भी विश्वास जताया कि उनकी यात्रा दोनों देशों की सेनाओं के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने तथा उनका विस्तार करने में सहायक होगी। जनरल वेई ने सेना मुख्यालय में आयोजित अनेक कार्यक्रमों में भाग लिया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मुलाकातों के दौरान नेपाल और चीन के बीच पारंपरिक मित्रवत संबंधों को और बढ़ाने समेत आपसी हित के अनेक मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। वेई शाम में बीजिंग के लिए रवाना हो गए। इससे पहले गृह मंत्री राम बहादुर थापा ने त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय विमानपत्तन पर जनरल वेई का स्वागत किया।
जनरल वेई ने मीडिया से कहा कि उनकी यात्रा का मकसद उन द्विपक्षीय सहमतियों को लागू करना है, जो अतीत में दोनों देशों की सरकारों के बीच बनी थीं। वेई ने कहा कि उनकी यह यात्रा नेपाल और चीन के बीच द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को बढ़ावा देगी और दोनों देशों के मौजूदा संबंधों को नयी ऊंचाई पर ले जाएगी।