क्विटो : दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच इक्वाडोर से मन को विचलित कर देने वाली खबरें सामने आ रही हैं। यहां अस्पताल में बिस्तरों और मुर्दाघरों में जगह की कमी के अभाव में लोगों ने घरों के बाहर ही शवों को रखना शुरू कर दिया है। यह हाल देश के घनी आबादी वाले पश्चिमी शहर ग्वायाकिल का है, जहां की गलियों में इन दिनों आम तौर पर सन्नाटा फैला होता है और कुछ दिखता है तो बस गिने-चुने लोग या इधर-उधर पड़े शव।
स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां कोरोना वारस के संक्रमण के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए बिस्तर नहीं हैं तो मुर्दाघरों में भी जगह नहीं है। यहां तक कि कब्रिस्तान और अन्य अंत्येष्टि स्थलों पर भी जगह नहीं बचे हैं। लोगों का कहना है कि उनके पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं रह गया है कि वे शवों को बाहर ही छोड़ दें।
बीमारों को नहीं मिल सका इलाज
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यहां जो मौतें हुई हैं, वे कोरोना वायस के संक्रमण के कारण ही हुई हैं या किसी अन्य वजह से, पर बहुत से लोगों का कहना है कि उन्होंने अपने जिन प्रियजनों को खोया है, उनमें कोरोना वायरस के संक्रमण जैसे लक्षण थे। वहीं, कुछ अन्य लोगों का कहना है कि जो लोग बीमार थे, उनका अस्पतालों में इलाज नहीं हो सका, क्योंकि वहां पहले से ही भारी भीड़ थी।
लोग दुर्गंध के बीच रहने को मजबूर
एक शख्स के हवाले से इसमें कहा गया है कि अपने परिवार के एक सदस्य को ले जाने के लिए उन्हें पांच दिनों तक इंतजार करना पड़ा। 911 नंबर पर जब कभी उन्होंने फोन किया, उनसे यही कहा गया, 'हम इस दिशा में काम कर रहे हैं।' रिपोर्ट के मुताबिक, यहां जगह-जगह प्लास्टिक और कार्डबोर्ड में लपेटकर शव रखे हुए हैं, जिससे तेज दुर्गंध आ रही और लोगों को यह सब झेलना पड़ रहा है।
8 दिनों में निकाले 300 शव
इक्वाडोर से जो आंकड़े सामने आए हैं, उसके मुताबिक 29.9 लाख की आबादी वाले इस शहर में प्रशासन ने 23 मार्च से 30 मार्च के बीच विभिन्न घरों से 300 से ज्यादा शवों को निकाला है। शहर की मेयर ने भी बीते सप्ताह ट्विटर के जरिये मदद की गुहार लगाई थी। इक्वाडोर में कोरोना वायरस से अब तक 172 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3,465 लोग संक्रमित बताए जा रहे हैं।