- अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जारी है पाकिस्तान की फजीहत, अब बलोच नेता ने लगाए गंभीर आरोप
- बलोच नेता ने कहा-बलूचिस्तान में महिलाओं के साथ रेप करती है पाकिस्तान की सेना, एक महीने में दो महिलाओं से हुआ रेप
- पाकिस्तान ने यूएनएचआरसी के 42वें सत्र में उठाया है कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा, अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की
लंदन : अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की फजीहत जारी है। सोशल एक्टिविस्ट्स पाकिस्तानी सेना की ओर से किए जाने वाले मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाओं को उजागर कर रहे हैं। अब लंदन में रहने वाले बलूचिस्तान के नेता मेहरान मारी ने पाकिस्तानी सेना के जुल्मों पर से पर्दा उठाया है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तानी सेना बलोचिस्तान की महिलाओं से रेप करती है और वह यहां उसी नीति पर चल रही है जैसा कि उसने बांग्लादेश में अपने ऑपरेशन के दौरान किया था।
लंदन में बलोच नेता मेहरान मारी ने कहा, 'पाकिस्तानी सेना रेप और लूटमार के लिए कुख्यात है। वह उसी तरह का अत्याचार करती है जैसा कि उसने बांग्लादेश में ऑपरेशन सर्चलाइट के दौरान किया था। अब वह बलूचिस्तान में भी अपनी इसी नीति पर काम कर रही है।' उन्होंने कहा, 'एक महीने के दौरान इस कायर सेना ने मरदान की एक महिला और दूसरी ग्वादर की महिला के साथ रेप किया है। इसके लिए पाकिस्तानी सेना को दोषी ठहराया जाना चाहिए। चाहे वह बाजवा हों, मुशर्रफ हों अथवा पाकिस्तानी सेना का कोई और अफसर इन सभी ने मानवता के खिलाफ अपराध किया है।'
बलोचिस्तान में पाकिस्तानी सेना की ओर से किए जाने वाले अत्याचारों को अन्य एक्टिविस्टों ने भी उजागर किया है। पाकिस्तानी सेना के जुल्म एवं बर्बरता से तंग आकर इन एक्टिविस्ट्स दुनिया के अलग-अलग देशों में राजनीतिक शरण ले रखी है। संयुक्क राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (यूएनएचआरसी) के 42वें सत्र के दौरान भी बलोच एक्टिविस्टों ने पाकिस्तानी सेना की बर्बरता एवं उसके मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों की पोल खोल दी। गत मंगलवार को यूएनएचआरसी के सत्र में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आरोप लगाया कि कश्मीर में भारत मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय मीडिया एवं पर्यवेक्षकों को वहां जाने की इजाजत मिलनी चाहिए।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री के आरोपों का जवाब देते हुए मारी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, 'जेनेवा में पाकिस्तानी विदेश मंत्री विदेशी कुरैसी पत्रकारों एवं अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों को पीओके आने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। इस व्यक्ति को जरा भी शर्म नहीं है। ये लोग बलोचिस्तान में तो मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन और नरसंहार कर रहे हैं लेकिन कश्मीर पर चाहते हैं कि दुनिया इनकी बात सुने।' बलोच नेता ने चीन के शिनजिआंग प्रांत में उइगर मुसलमानों पर चीन की तरफ से किए जाने वाले मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाओं पर चुप्पी साधने के लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा।