- शाही परिवार से जुड़ना अपने साथ कई जिम्मेदारियां और पाबंदियां भी लाता है
- ब्रिटिश शाही परिवार भी ऐसा ही है, जिसके सभी सदस्य नियमों से बंधे होते हैं
- शाही नियमों को तोड़ने के लिए डोनाल्ड ट्रंप को भी आलोचना झेलनी पड़ी थी
लंदन : शाही परिवार की चमक-दमक, शान-ओ-शौकत भला किसे आकर्षित नहीं करते। शाही परिवार का नाम लेते ही दिमाग जो पहली तस्वीर आती है, वो शाही अंदाज, ऐशोआराम की होती है। यह सच भी है। लेकिन किसी भी शाही खानदान से जुड़ना सिर्फ शाही रुतबा और तमाम ऐशोआराम नहीं देता, बल्कि कई तरह की जिम्मेदारियां और पाबंदियां भी साथ लाता है। ब्रिटेन का शाही परिवार भी कुछ ऐसा है।
ब्रिटिश शाही परिवार और इसके सदस्य अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। उनके हर एक कदम पर मीडिया की नजर होती है और कई बार कुछ ऐसी बातें हो जाती हैं, जो सुर्खियां बटोरती हैं। हाल ही में मेगन मर्केल ने एक इंटरव्यू के दौरान शाही परिवार के ऐसे ही दवाबों के बारे में बताया था। उन्होंने न सिर्फ अपने साथ हुए भेदभाव का जिक्र किया था, बल्कि यह भी बताया था कि इन नियमों से बंधकर किस तरह उनकी आजादी छिन गई थी।
लेनी होती है रानी की अनुमति
शाही परिवार के ये नियम परंपरागत ढंग से ये इतने मजबूत बने हुए हैं कि उन्हें तोड़ पाना किसी के लिए भी मुश्किल होता है। प्रपोज करने से पहले रानी की अनुमति लेना भी ऐसा ही नियम है। ब्रिटिश शाही परिवार के युवा अगर किसी के साथ प्रेम में पड़ जाएं तो उन्हें रिश्ते के रूप में अमल देने से पहले महारानी से अनुमति लेनी होती है। यही वजह है कि कई बार ऐसे प्रेम संबंध परवान चढ़ने से पहले ही खत्म भी हो जाते हैं।
प्रिंस हैरी और मेगन मर्केल के रिश्तों के साथ भी ऐसा हुआ था, जब उन्हें अपने रिश्तों को एक मुकाम तक पहुंचाने से पहले रानी की अनुमति लेनी थी। बताया जाता है कि शाही परिवार और क्वीन इस बात के लिए तैयार नहीं थे कि प्रिंस हैरी उस महिला से शादी करें, जिनका ताल्लुक न तो किसी अन्य शाही परिवार से है और जो पहले से तलाकशुदा भी है। लेकिन हैरी इस रिश्ते से पीछे हटने को तैयार नहीं थे और अंतत: उन्हें इसकी मंजूरी मिल गई।
ट्रंप को झेलनी पड़ी थी आलोचना
ब्रिटिश शाही परिवार का ऐसा ही एक नियम और यह भी है कि सार्वजनिक मौकों पर कोई भी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से आगे नहीं चल सकता। यहां तक कि ऐसे अवसरों पर उनके पति प्रिंस फिलिप भी उनसे कुछ कदमों की दूरी पर रहते थे, जिनका 9 अप्रैल को निधन हो गया था। हालांकि महारानी के लिए उस वक्त असहज स्थिति पैदा हो गई थी, जब एक सार्वजनिक समारोह में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आगे निकल गए थे।
वह जुलाई 2018 में ब्रिटेन की यात्रा पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने विंडसर कैसल में क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय को काफी इंतजार करवाया तो रेड कार्पेट पर भी प्रोटोकॉल तोड़ा, जब वह महारानी से आगे चलने लगे। इसे ब्रिटेन में महारानी के अपमान के तौर पर देखा गया। सार्वजनिक कार्यक्रम में महारानी से आगे निकल जाने को लेकर ट्रंप की उस वक्त खूब आलोचना हुई।