- कंजरवेटिव पार्टी के 1.6 लाख सदस्यों के बीच पोस्टल बैलेट के जरिए नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए वोटिंग होगी।
- 19 जुलाई के पोल के अनुसार सुनक को जहां 34 फीसदी वोट मिले थे। वहीं लिज ट्रस को 54 फीसदी वोट मिले थे।
- 5 सितंबर को नए प्रधानमंत्री की घोषणा की जाएगी।
Rishi Sunak British PM Race: ब्रिटेन का अगले प्रधानमंत्री की रेस में अब केवल भारतीय मूल के ऋषि सुनक और उनकी प्रतिद्वंदी लिज ट्रस ही बचे हैं। दोनों के बीच 25 जुलाई को हुई डिबेट के बाद, दोनों में कड़ी टक्कर दिख रही है। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि भले ही फाइनल राउंड में पहुंचने तक सुनक ने सभी राउंड जीता है। लेकिन वह yougov के सर्वेक्षण में कभी आगे नहीं आ पाए हैं। और लगता है यही अब उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई हैं। ताजा सर्वेक्षण में एक बार फिर वह लिज ट्रस से पिछड़ गए हैं।
क्या कहता है ताजा सर्वेक्षण
yougov द्वारा 26 जुलाई को जारी किए गए सर्वेक्षण के अनुसार ट्रस ने एक बार फिर सुनक से बाजी मार ली है। सुनक और ट्रस के बीच बीबीसी पर हुई डिबेट पर 507 कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों से राय ली गई है। इस सर्वे के अनुसार 50 फीसदी लोगों का मानना था कि सुनक के मुकाबले ट्रस ने डिबेट में कहीं ज्यादा अच्छा परफॉर्म किया है। जबकि 39 फीसदी ने सुनक के पक्ष में अपनी राय रखी है। हालांकि इस सर्वेक्षण की एक बात सुनक के पक्ष में यह रही कि 43 फीसदी लोगों ने माना कि प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रुप में सुनकर बेहतर लगे, जबकि 42 फीसदी ट्रस के पक्ष में वोट किया।
पिछले POLL में ट्रस पड़ी थीं भारी
Yougov द्वारा कंजरवेटिव पार्टी के 725 सदस्यों पर किए गए 19 जुलाई के पोल के अनुसार सुनक को जहां 34 फीसदी वोट मिले थे। वहीं लिज ट्रस को 54 फीसदी वोट मिले थे। इसके पहले 13 जुलाई के पोल में पेनी मोर्डोंट को 27 फीसदी कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों का समर्थन हासिल था। जबकि दूसरे नंबर पर 15 फीसदी वोट के साथ केमी बेडीनॉक हैं, वहीं तीसरे नंबर पर 13 फीसदी वोट के साथ ऋषि सुनक और लिज ट्रस थे। यानी अभी तक किसी पोल में सुनक ट्रस से आगे नहीं निकल पाए हैं।
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पोल की क्यों है अहमियत
असल ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के पास बहुमत होने की वजह से पार्टी के अंदर ही प्रधानमंत्री चुनने की प्रक्रिया हो रही है। अब फाइनल राउंड में दोनों उम्मीदवार पहुंच चुके हैं। और इस राउंड पोस्टल बैलेट के जरिए वोट डाले जाते हैं। और उसमें जीतने वाला उम्मीदवार प्रधानमंत्री पद के लिए चुना जाएगा। देश भर के कंजरवेटिव पार्टी के 1.6 लाख सदस्यों के बीच पोस्टल बैलेट के जरिए वोटिंग होगी। और फिर 5 सितंबर को नए प्रधानमंत्री की घोषणा की जाएगी। इसलिए सर्वेक्षण के परिणाम काफी मायने रखते हैं।