- महंगाई के कारण आम जनता को चिकन खाना भी मुश्किल होता जा रहा है
- कराची में चिकन की कीमतें कुछ ही दिनों में 500 पाकिस्तानी रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंचीं
- मुर्गे के मीट का दाम बढ़ने के पीछे चारा और कच्चे माल की कीमतों में बेहताशा बढ़ोत्तरी है
नई दिल्ली: पाकिस्तान का हाल बुरा है वहां पर चीजों के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं, इन दिनों वहां चिकेन की कीमतें आसमान छू रही हैं वहां मुर्गे का दाम 500 रूपये प्रति किले के पार चला गया है। बताया जा रहा है कि कराची में चिकन की कीमतें कुछ ही दिनों में 500 पाकिस्तानी रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। पाकिस्तान में लगातार बढ़ रही महंगाई से प्रधानमंत्री इमरान खान की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं और वो समझ नहीं पा रहे हैं कि जनता को महंगाई की इस मार से कैसे बचाया जाए।
गौर हो कि ये मसला सिर्फ चिकन की अंधाधुंध कीमतें बढ़ने का नहीं है बल्कि वहां कई चीजों की कीमतें बेकाबू हैं, मुल्क में सब्जियों और पेट्रोल के दाम पहले से ही खासे बढ़े हुए चल रहे हैं।
जहां एक ओर इमरान खान नया पाकिस्तान बनाने का नारा दे रहे हैं वहीं महंगाई के मोर्चे पर इमरान सरकार फेल नजर आ रही है जिससे जनता की नाराजगी में इजाफा हो रहा है।
पाकिस्तान के एक मीडिया हाउस की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में जिंदा मुर्गे की कीमत 370 रुपये प्रति किलोग्राम और मीट की कीमत 500 रुपये तक पहुंच गई है वहीं लाहौर में चिकन मीट की कीमत 365 रुपये प्रति किलोग्राम बताई जा रही है।
कराची के एक चिकन विक्रेता के मुताबिक, मुर्गे के मीट का दाम बढ़ने के पीछे चारा और कच्चे माल की कीमतों में बेहताशा बढ़ोत्तरी है, इससे पोल्ट्री के उत्पादों की लागत भी बढ़ी है और हमें अपने नुकसान की भरपाई करने के लिए मीट का दाम बढ़ाना मजबूरी है।
महंगाई के कारण आम जनता को चिकन खाना भी मुश्किल होता जा रहा है, बड़ी संख्या में स्थानीय खरीदारों ने चिकन मीट की कीमतों में वृद्धि को लेकर गुस्सा जाहिर किया है।
चिकन ही नहीं बताते हैं कि रावलपिंडी में अंडे की कीमत 350 रुपये प्रति दर्जन और एक किलो अदरक 1000 रुपये का बिक रहा है वहीं पाकिस्तानियों को अब रसोई गैस की भी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।