- चीन ने आधिकारिक तौर पर इस महामारी में 3,299 लोगों के मरने के बारे में बताया है
- बुधवार और गुरुवार को अंतिम संस्कार घरों में 5,000 से अधिक अस्थि कलश लाए गए थे
- वुहान शहर में जनवरी में लॉकडाउन लगाया गया था अब शहर को आंशिक रूप से खोल दिया गया
बीजिंग/नई दिल्ली: वुहान में कोरोना वायरस महामारी में मारे गए लोगों के परिजनों को चीन ने इस सप्ताह उसके अवशेष एकत्र करने की अनुमति दी। शव देने का काम शुरू हो गया है। वुहान में आठ विभिन्न अंतिम संस्कार घरों मेंअस्थि कलश दिए जा रहे हैं। Covid-19 केंद्र रहे इस शहर में मौत की वास्तविक संख्या पर संदेह जताया गया है। अंतिम संस्कार वाले घरों में ट्रकों द्वारा कलश लाए जाने की तस्वीरें चीनी सोशल मीडिया साइटों और स्थानीय मीडिया पर वायरल हो गईं। पिछले साल दिसंबर में हुबेई प्रांत के शहर से वायरस के पहले मामले सामने आए थे।
अस्थि कलश के आंकड़े ये बयां कर रहे हैं
चीन ने आधिकारिक तौर पर इस महामारी में 3,299 लोगों के मरने के बारे में बताया है। हालांकि,एक चीनी मीडिया प्रकाशन कैक्सिन के मुताबिक बुधवार और गुरुवार को अंतिम संस्कार घरों में 5,000 से अधिक अस्थि कलश लाए गए थे। प्रकाशन में एक और तस्वीर में अंतिम संस्कार के घरों में 3,500 अस्थि कलशों को जमीन पर रखा दिखाया। Covid-19 रोगियों के दाह संस्कार की राख को ले जाने वाले कलशों की वास्तविक संख्या अस्पष्ट रही। ब्लूमबर्ग द्वारा संपर्क किए गए अंतिम संस्कार गृह के पास या तो आंकड़े नहीं थे या उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी साझा करने की अनुमति नहीं दी गई है। चीन की सरकार ने वुहान में होने वाली जानलेवा घटनाओं की वास्तविक संख्या को देखते हुए विकास को लेकर चिंता जताई है। चीनी सरकार ने कहा कि वुहान में वायरस से 2,500 लोग मारे गए। दुनिया भर में संक्रमितों की संख्या 6 लाख पार कर गई है जबकि 28,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
वुहान से ही हुई थी कोरोना का शुरुआत
गौर हो कि कोरोना वायरस प्रकोप का उत्पति स्थल और 1.1 करोड़ आबादी वाला शहर वुहान 2 महीने से भी ज्यादा समय तक पूरी तरह अलग-थलग रहने के बाद शनिवार को आंशिक रूप से खुला। वुहान शहर में जनवरी में लॉकडाउन लगाया गया था और वहां के बाशिंदों को शहर छोड़ने पर रोक लगा दी गई थी। शहर के बाहरी इलाकों में सड़क अवरोधक रिंग लगा दिए गए थे। रोजमर्रा की जिंदगी पर कड़ी बंदिशें लगा दी गई थीं।
पटरी पर लौट रही है जिंदगी
लेकिन अब बड़े परिवहन एवं औद्योगिक केंद्रों से अलग -थलग के समापन के संकेत मिलने लगे हैं। सरकारी मीडिया में आधी रात को आधिकारिक रूप से मंजूरी प्राप्त पहली ट्रेन शहर में दाखिल होती हुई दिखाई गई। रेलवे स्टेशन पर शनिवार को यात्रियों की भीड़ नजर आई। हालांकि यात्रा पाबंदी में ढील शुरू होने के साथ ही कुछ लोग शुकवार को ही शहर में पहुंच गए।