वाशिंगटन: सीआईए के एजेंटों ने 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में व्लादिमीर पुतिन की प्रत्यक्ष भूमिका की पुष्टि करने वाले रूसी सरकार के एक उच्च स्तरीय सूत्र को (रूस से) बाहर निकाल लिया। अमेरिकी मीडिया ने यह खबर दी है। यह व्यक्ति दशकों से अमेरिकी खुफिया विभाग को सूचना मुहैया कर रहा था और उसका पुतिन से संपर्क था। उसने रूसी नेता के डेस्क (कार्यालय) को महत्वपूर्ण दस्तावेजों की तस्वीरें भेजी थी।
हालांकि, जासूस को रूस से बाहर निकाल लिया गया। सीएनएन और न्यूयार्क टाइम्स, दोनों ने सोमवार देर शाम यह खबर प्रकाशित की। टाइम्स अखबार की खबर के मुताबिक सीआईए ने मीडिया में यह बात सामने आने की आशंका को लेकर 2016 में सूत्र को बाहर निकालने की शुरूआत में पेशकश की थी। दरअसल, अधिकारियों ने चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की गंभीरता के बारे में विस्तृत ब्योरा दिया था।
टाइम्स के मुताबिक पारिवारिक कारणों को लेकर मुखबिर ने शुरूआत में इनकार कर दिया था और खतरा बढ़ने पर यह व्यक्ति ‘डबल एजेंट’ बन गया। सीएनएन ने एक अनाम व्यक्ति के हवाले से बताया कि 2017 में उसे बाहर निकालने का कार्य इन चिंताओं को लेकर किया गया कि ट्रंप और उनकी कैबिनेट गोपनीय खुफिया जानकारी के बार-बार दुरूपयोग के बाद एजेंट को बेनकाब कर सकते हैं।
हालांकि, सीआईए ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव स्टीफन ग्रिशम ने नेटवर्क से कहा, ‘सीएनएन की रिपोर्टिंग न सिर्फ गलत है, बल्कि यह (लोगों की) जान को खतरे में डालने वाला है।’ टाइम्स ने कहा कि यह व्यक्ति वह सूचना मुहैया करने वाला अहम व्यक्ति था, जिसके आधार पर अमेरिकी खुफिया विभाग इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि पुतिन ने ट्रंप के पक्ष में और उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप में प्रत्यक्ष भूमिका निभाई।
अखबार के मुताबिक यह मुखबिर डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी की हैकिंग के लिए भी पुतिन के साथ सीधे तौर पर जुड़ा हुआ था, जिसके परिणामस्वरूप शर्मिंदगी का सबब बनने वाले संदेशों की बाढ़ आ गई थी। टाइम्स के मुताबिक यह एजेंट सीआईए की सबसे महत्वपूर्ण रूसी संपत्ति था।
मंगलवार को रूसी मीडिया ने कथित जासूस के नाम का जिक्र करते हुए कहा कि उसने मास्को लौटने से पहले वाशिंगटन स्थित रूसी दूतावास में काम किया था। इस बीच, अमेरिकी नेटवर्क एनबीसी ने एफबीआई के दो सूत्रों के मुताबिक वाशिंगटन क्षेत्र में एक ऐसे व्यक्ति के रहने का पता लगाने का दावा किया है, जिसका हुलिया सीएनएन की रिपोर्ट में दिये गए विवरण से मेल खाता है।
उधर, मॉस्को से प्राप्त खबर के मुताबिक क्रेमलिन ने मंगलवार को कहा कि रूसी मीडिया में जासूस बताए जा रहे व्यक्ति ने वहां काम किया था लेकिन उसे बर्खास्त कर दिया गया था और उसका राष्ट्रपति पुतिन के साथ कोई सीधा संपर्क नहीं था। रूसी अखबार कोम्मेरसांत ने अपने सूत्रों के हवाले से इस रूसी व्यक्ति की पहचान उच्च स्तरीय सरकारी सूत्र के रूप में की जिसे 2017 में रूस से बाहर निकाल लिया गया था।
क्रेमलिन प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि इस व्यक्ति ने राष्ट्रपति के प्रशासन में काम किया था लेकिन कुछ साल पहले उसे एक आंतरिक आदेश के द्वारा बर्खास्त कर दिया गया था। वह वरिष्ठ अधिकारी की श्रेणी में नहीं आता था।