बीजिंग : चीन के तियानजिन यूनिवर्सिटी में कोरोना वायरस की जांच के लिए एक नए टेस्ट विकसित किया गया है, जिसकी जांच रिपोर्ट महज 15 मिनट में आ जाएगी। इससे महामारी का रूप लेती इस बीमारी के संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग के समय में बचत होगी।
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, तियानजिन यूनिवर्सिटी ने बीजिंग बायोटेक कंपनी के साथ मिलकर इस जांच किट का विकास किया है। इस जांच किट का फिलहाल क्लीनिकल ट्रायल किया जा रहा है और इसके बाद इसे मंजूरी के लिए स्वास्थ्य नियामक को भेजा जाएगा।
इससे पहले चीनी स्वास्थ्य नियामक संगठन नेशनल मेडिकल प्रोडक्ट्स एडमिनिस्ट्रेशन (एनएमपीए) ने सनसुरे बायोटेक द्वारा विकसित किट को मंजूरी दी थी, जिससे संदिग्ध मरीजों की जांच के समय में कमी आई। इस किट से 30 मिनट में जांच रिपोर्ट हासिल किया जा सकता है।
एनएमपीए ने पिछले माह 26 जनवरी को चार जांच किट को मंजूरी दी थी। चीन में कोरोना वायरस महामारी से अब तक 811 लोगों की मौत हो चुकी है और 37,198 लोग संक्रमित हैं। जबकि 2003 में सार्स के फैलाव के दौरान दुनियाभर में 774 लोगों की मौत हुई थी और 8437 लोग संक्रमित हुए थे।
सार्स का फैलाव भी चीन से ही हुआ था। यह दक्षिणी प्रांत गुआंझो से फैला था, जबकि कोरोना वायरस पूर्वी मध्य प्रांत हुबेई के वुहान में सीफुड मार्केट से फैला। इस बीमारी का प्रसार अब तक करीब 20 देशों में हो चुका है। हालांकि चीन में इसके संक्रमित लोगों की आबादी 99 फीसदी है। चीन में शनिवार को दो विदेशी नागरिकों की इस बीमारी से मौत हुई थी, जिसमें से एक अमेरिकी और दूसरा जापानी नागरिक था।
अब तक 1 लाख लोगों की स्क्रीनिंग
कोरोना वायरस संक्रमण की आशंका को लेकर देश के विभिन्न हवाईअड्डों पर एहतियाती कदम के तौर पर एक लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग अबतक की जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा, रविवार तक 21 हवाईअड्डों पर 1,818 उड़ानों में 197,192 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई। चीन और हांगकांग के अलावा सिंगापुर और थाईलैंड के सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग एयरो-ब्रिजेज पर लगातार की जा रही है।
यह स्क्रीनिंग समुद्री बंदरगाहों और सीमा चौकियों पर भी की जा रही है। मंत्रालय के अनुसार, 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 9,452 लोग सामुदायिक निगरानी में हैं। राज्य किसी भी स्थिति से निपटने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया टीमों को मजबूत कर रहे हैं। अब तक कुल 1,510 नमूनों की जांच की जा चुकी है, जिनमें से 1,507 नमूने नकारात्मक पाए गए हैं। केरल के जिन तीन लोगों की जांच पॉजिटिव पाई गई है, उनका इलाज चल रहा है।