- ईरान से आए अपने लोगों को पाकिस्तान सरकार ने क्वरेंटाइन सेंटर्स में रखा है
- लोगों का कहना है कि यहां साफ-सफाई और खाने-पीने की सुविधा नहीं है
- पाकिस्तान में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले
इस्लामाबाद : पूरी दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप से परेशान है। इससे प्रभावित देश कोरोना वायरस से संक्रमण को रोकने के लिए अपने स्तर हर संभव प्रयास कर रहे है। सरकारों ने इस बीमारी से निपटने के लिए अपने देश के नागरिकों से भी सहयोग मांगा है और एहतियात बरतने के लिए कहा है। पाकिस्तान भी इस बीमारी से अछूता नहीं है। यहां बड़ी संख्या में लोग कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं। पाकिस्तान में इस बीमारी को फैलने से रोकने और लोगों को अलग रखने के लिए क्वरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं लेकिन इन क्वरेंटाइन (निगरानी) सेंटरों की हालत इतनी दयनीय है और बुरी है कि यहां संक्रमण रुकने की बजाय और फैल सकता है। पाकिस्तान के इन निगरानी केंद्रों पर स्वच्छता उपायों की भारी कमी देखने को मिल रही है। बुरे हालत वाले क्वरेंटाइन सेंटरों के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं।
बता दें कि ईरान से हजारों की संख्या में पाकिस्तानी नागरिक स्वदेश पहुंचे हैं और सरकार ने इन नागरिकों को अलग रखने और उनकी निगरानी करने के लिए इन 'गंदे' क्वरेंटाइन सेंटरों में रखा है। ऐसे में संक्रमित व्यक्तियों से इस बीमारी के फैलाव की आशंका जताई जाने लगी है। बताया जा रहा है कि इन केंद्रों पर चिकित्सा और सफाई सुविधाएं नहीं हैं। ईरान से बड़ी संख्या में लोग पाकिस्तान पहुंच रहे हैं।
अपने नागरिकों की निगरानी के लिए पाकिस्तान सरकार ने ईरान सीमा पर ताफतान में क्वरेंटाइन सेंटर बनाया है। यहां रखे गए लोगों ने इस सेंटर का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। वीडियो में दिखता है कि इस 'गंदे' सेंटर में उसकी क्षमता से ज्यादा लोगों को रखा गया है। आशंका है कि ईरान से आए इन लोगों में कुछ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं और ऐसे में यह बीमारी अन्य लोगों में फैल सकती है।
सोशल मीडिया में जो वीडियो आए हैं उनमें लोगों को क्वरेंटाइन सेंटर में जमीन पर और कॉरिडोर में सोते हुए देखा जा सकता है। दिलचस्प बात है कि पाकिस्तान सरकार इस क्वरेंटाइन सेंटर का निर्माण खुली जगह पर टेंट से बनाया। सबसे बड़ी चिंता इस बात पर जताई जा रही है कि पाकिस्तान सरकार ने ईरान से आए स्वस्थ लोगों को बीमार व्यक्तियों से अलग नहीं किया है।
वीडियो में लोगों ने बताया है कि कैसे लोगों को गंदी जगहों पर रखा गया है। इन जगहों पर खाने-पीने और साफ-सफाई की कोई सुविधा नहीं है। ताफतान कैंप के वीडियो में एक व्यक्ति कहता है कि वह 14-15 दिनों से यहां फंसे हुए हैं। रात में काफी सर्दी पड़ती है लेकिन कोई इंतजाम नहीं है। वाशरूम की कोई साफ-सफाई नहीं है और लोगों को नाश्ता और चाय नहीं मिल पा रहा है। यहां किसी को कोई बीमारी नहीं है लेकिन स्वस्थ्य लोगों को पकड़कर यहां रखा जा रहा है।
बता दें कि पाकिस्तान की लंबी सीमा ईरान के साथ जुड़ी हुई है। ताफतान की सीमा 16 मार्च से बंद कर दी गई है। ईरान में धार्मिक यात्रा पर गए पाकिस्तानी नागरिक अब वापस अपने देश लौटना शुरू हुए हैं। इसे देखते हुए पाकिस्तान सरकार उन्हें दो सप्ताह तक निगरानी में रख रही है। पाकिस्तान में बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर कम से कम 243 होगी। दक्षिण एशिया के देशों में यह संख्या सबसे अधिक है। भारत में कोरोना वायरस के अब तक 148 सक्रिय केस मिले हैं। श्रीलंका में 44 और अफगानिस्ता में कोरोना वायरस के 22 केस सामने आए हैं।