- कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों में है संक्रमण फैलने का खतरा
- कई देशों में 12 साल से ऊपर के बच्चों को लगाया जा रहा है टीका
- बच्चों को टीकाकरण में अमेरिका, कनाडा सहित पश्चिमी देश आगे
नई दिल्ली : भारत सहित दुनिया के कई देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रह हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि दूसरी लहर के बाद महामारी की तीसरी लहर आएगी। इस लहर को आने से टाला नहीं जा सकता। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तीसरी लहर में बच्चों पर खतरा ज्यादा है यानि कि कोरोना संक्रमण के दायरे में बच्चों की आशंका है। इसे देखते हुए दुनिया के कई देशों में बच्चों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। कई देश बच्चों के लिए टीकों का निर्माण कर रहे हैं।
बच्चों को टीका लगाने में पश्चिमी देश आगे
यूरोपीय आयोग ने 12 साल तक के बच्चों के लिए गत शुक्रवार को फाइजर-बायोटेक की कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी। इस टीके की इस्तेमाल की अनुमति अमेरिका और कनाडा में पहले ही मिल चुकी है। अब यह टीका यूरोप के देशों में लगाया जाएगा। यूरोप एवं विकसित देशों में बच्चों को कोरोना टीका लगना शुरू हो गया है जबकि गरीब देशों में बुजुर्ग एवं युवा पीढ़ी अभी भी टीके का इंतजार कर रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने समृद्ध देशों से उसके कोवाक्स योजना में योगदान देने की अपील की है। दुनिया में कई देश बच्चों को कोराना टीका लगा रहे हैं जबकि कुछ ने इसे मंजूरी दे दी है।
इटली
इटली ने गत 31 मई को बच्चों के लिए फाइजर-बायोटेक के टीके को मंजूरी दी। यहां 12 से 15 साल के बच्चों को यह टीका लगेगा।
जर्मनी
जर्मनी अपने यहां 12 से 16 साल के बच्चों को सात जून से कोरोना टीके की पहली डोज देने का फैसला किया है। पोलैंड में भी इसी दिन से बच्चों को टीका लगेगा।
फ्रांस
फ्रांस में 16 से 18 साल के बच्चों को जून में टीका लगना शुरू होगा। जबकि स्कूल की शुरुआत होने पर 12 से 15 साल के बच्चों को टीका लगेगा।
सिंगापुर
सिंगापुर में 12 से 18 साल के बीच बच्चों को एक जून से टीका लगना शुरू हुआ है।
जापान
जापान ने गत 28 मई को अपने यहां 12 साल से ऊपर के बच्चों को टीका लगाने की इजाजत दी। यहां बच्चों को फाइजर का टीका लगेगा।
अमेरिका
अमेरिकी राज्यों में किशोरों का टीका लगना मई के मध्य में शुरू हुआ। यहां 12 से 15 साल के बच्चों को टीका लग रहा है।
इजरायल
इजरायल में गत जनवरी से 16 से 18 साल के किशोरों को टीका लग रहा है। यहां अब 12 से 15 साल के बच्चों को टीका लगाया जाएगा।
स्विटजरलैंड
स्विटजरलैंड में 12 से 15 साल के बच्चों को फाइजर का टीका लगेगा।
हंगरी
इस देश में मई के मध्य से 16 से 18 साल के बच्चों को टीका लगना शुरू हुआ।
रोमानिया
यहां 12 साल से ऊपर के बच्चों को एक जून से कोरोना का टीका लगना शुरू हुआ है।
भारत
भारत में अभी 18 साल से ऊपर के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। यहां बच्चों के लिए कैडिला एवं भारत बायोटेक के टीकों का क्लिनिकल परीक्षण चल रहा है। आने वाले दिनों में यहां भी किशोरों को टीका लगना शुरू होगा।