- जर्मनी में पिछले एक हफ्ते से हर रोज 2 लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं।
- BA.2 की पहचान केवल जीनोम सिक्वेसिंग से ही की जा सकती है। इसलिए इसे 'स्टील्थ वैरिएंट' भी कहा जा रहा है।
- भारत में अभी तक नए वैरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है। और यहां पर कोरोना के मामले भी लगातार घट रहे हैं।
Covid Cases: कोविड-19 एक बार फिर से दो साल पहले की याद दिलाने लगा है। चीन से शुरू हुए कोरोना संक्रमण एक बार फिर चीन में पैर प्रसार रहा है। और बिगड़ते हालात ने चीन की आर्थिक राजधानी शंघाई को फिर से लॉकडाउन में ले लिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार शंघाई में बुधवार को 5656 asymptomatic जबकि 326 symptomatic केस सामने आए हैं। चीन ने यह कदम मार्च के महीने में लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए उठाया है। चीन की तरह कोरिया, हांगकांग और यूरोप के कई देशों में फिर से कोरोना का संक्रमण बढ़ा है।
दुनिया में क्या है हाल
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार चीन में कोविड संक्रमण के मामले 25 फरवरी के बाद फिर बढ़ने लगे थे। 25 फरवरी को चीन में केवल 9 हजार के करीब नए केस आए थे। जो 4 मार्च तक 55 हजार के आंकड़े को पार गए। और 16 मार्च के करीब वह 15-20 हजार रोज केस पर आ गया। इसके बाद वहां कई शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। और अब शंघाई में भी सख्त लॉकडाउन लगा दिया है। चीन में ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.2 वैरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं।
इसी तरह दक्षिण कोरिया में 17 मार्च 2022 को 6.21 लाख से ज्यादा संक्रमण के केस सामने आए हैं। और 29 मार्च को 3.74 लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आए हैं।
ब्रिटेन में 16 मार्च को 99 हजार से ज्यादा केस आए। और वहां पिछले 24 घंटे में 44 हजार से ज्यादा केस सामने आए हैं। और जर्मनी में पिछले एक हफ्ते से हर रोज 2 लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। साफ है कि कोरोना का संक्रमण यूरोप में तेजी से पैर प्रसार रहा है।
कोविड-19 के नए वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता
चीन, ब्रिटेन, जर्मनी सहित दुनिया के दूसरे देशों में कोविड की नई लहर की वजह BA.2 वैरिएंट को बताया जा रहा है। ओमिक्रॉन वेरिएंट का सब वेरिएंट BA.2 लोगों को तेजी से संक्रमित कर रहा है। यह BA.1 और BA.3 की तुलना में न केवल ज्यादा संक्रामक है। बल्कि इसके बारे में पता लगाना भी आसान नहीं है। इसकी पहचान केवल जीनोम सिक्वेसिंग से ही की जा सकती है। इसलिए BA.2 को 'स्टील्थ वैरिएंट' भी कहा जा रहा है। और इस समय यह पूरी दुनिया के संक्रमण के 86 फीसदी मामलों के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है।
कितना खतरना है नया वैरिएंट
BA.2 वेरिएंट अब तक गंभीर बीमारी का कारण नहीं बना है। लेकिन यह कितना खतरनाक है, इसके बारे में अभी ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं है। लेकिन अच्छी बात यह है कि मौजूदा कोरोना वैक्सीन इस सब वेरिएंट के खिलाफ असरकारी है। इसलिए संक्रमण के मामले बढ़ने के बावजूद अभी मौत के मामले ज्यादा नहीं सामने आए हैं।
भारत में अभी क्या है स्थिति
भारत में अभी तक नए वैरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है। और यहां पर कोरोना के मामले भी लगातार घट रहे हैं। 29 मार्च तक के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 1233 नए केस सामने आए हैं। और 707 दिन बाद ऐसा हुआ है कि भारत में एक्टिव केस की संख्या 15 हजार से नीचे आई है। इस समय देश में कुल 14704 एक्टिव केस हैं। और अब तक देश में 183 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है।
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