BSF: बीएसएफ ने मंगलवार को बताया कि कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन टुकड़ी का हिस्सा रहे उसके दो कर्मी हिंसक प्रदर्शन के दौरान मारे गए। वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुख जताते हुए ट्वीट कर कहा कि डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में सीमा सुरक्षा बल के दो वीर भारतीय शांति सैनिकों की मृत्यु पर गहरा दुख हुआ। वे MONUSCO का हिस्सा थे। इन नृशंस हमलों के अपराधियों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए और उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए।
कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में तैनात BSF के 2 जवानों की मौत
कांगो के पूर्वी शहर गोमा में सोमवार को शुरू हुआ था प्रदर्शन
एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि देश में संयुक्त राष्ट्र मिशन के खिलाफ कांगो के पूर्वी शहर गोमा में प्रदर्शनों का ये दूसरा दिन है। इससे पहले सोमवार को सैकड़ों लोगों ने सड़कों को ब्लॉक कर दिया और संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के मुख्यालय और एक सैन्य अड्डे पर धावा बोलने से पहले शत्रुतापूर्ण नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने खिड़कियों को तोड़ दिया और कीमती सामान लूट लिया, जबकि हेलीकॉप्टरों ने परिसर से संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों को एयरलिफ्ट किया और सुरक्षा बलों ने उन्हें पीछे धकेलने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
गोमा में अशांति मंगलवार को भी जारी रही, जिसमें लॉजिस्टिक बेस के पास एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। एक ट्वीट में, सरकार के प्रवक्ता मुयया ने कहा कि सुरक्षाबलों ने संयुक्त राष्ट्र कर्मियों पर हमलों को रोकने के लिए गोमा में प्रदर्शनकारियों पर "वार्निंग शॉट" चलाए थे। कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन, जिसे मोनुस्को के नाम से जाना जाता है, दुनिया के सबसे बड़े शांति अभियानों में से एक है।