- गत जनवरी में यूएस कैपिटल में हुई हिंसा के बाद ट्रंप पर लगा बैन
- फेसबुक, ट्विटर, स्नैपचैट और यूट्यूब ने ट्रंप के अकाउंट्स पर लगाई रोक
- समर्थकों से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लान्च कर सकते हैं ट्रंप
वाशिंगटन : सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर लगाए गए अपने प्रतिबंध में ढील देने के मूड में नहीं है। वह नहीं चाहता है कि ट्रंप किसी भी तरह से उसके प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर पाएं। दरअसल, ट्रंप की बहू लारा ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति का एक इंटरव्यू अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया था जिसे फेसबुक ने हटा दिया। लारा ट्रंप के बेटे एरिक की पत्नी हैं। अमेरिकी संसद यूएस कैपिटल में हुई हिंसा के बाद फेसबुक ने ट्रंप पर बैन लगाया है। वीडियो हटाने के साथ-साथ फेसबुक ने ट्रंप के लिए चेतावनी भी जारी की है।
बहू लारा के एफबी पेज पर पोस्ट हुआ था इंटरव्यू
एरिक की पत्नी लारा ने अपने फेसबुक पेज पर ट्रंप के इंटरव्यू का एक वीडियो शेयर किया था। इसके कुछ समय बाद ही उन्हें फेसबुक से ई-मेल आया। इस मेल में लारा को बताया गया कि उनका यह पोस्ट हटा दिया गया है क्योंकि इस वीडियो में 'डोनाल्ड ट्रंप की आवाज' थी। फेसबुक की तरफ से लारा को जो मेल आया उसका स्क्रीनशाट उन्होंने शेयर किया। इस मेल में कहा गया है, 'साथियो, हम आपको यह बताना चाहते हैं कि हमने लारा ट्रंप के फेसबुक पेज से उस वीडियो को हटा दिया है जिसमें पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को बोलते हुए सुना जा सकता था।'
यूएस कैपिटल में हुई हिंसा के बाद से ट्रंप पर लगा है बैन
गत जनवरी में यूएस कैपिटल में भीषण हिंसा हुई थी। जो बिडेन के आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति घोषित किए जाने से पहले हुई हिंसा के पीछे ट्रंप के उकसावे को जिम्मेदार माना जाता है। इस हिंसा से पहले ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों से अपने समर्थकों को संबोधित किया था। इन संबोधनों को उकसाने वाला माना गया। हिंसा के बाद फेसबुक, ट्विटर, स्नैपचेट और यूट्यूब ने ट्रंप पर अनिश्चितकाल तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया। फेसबुक की सीओओ शेरिल सैंडबर्ग ने कहा कि उनकी कंपनी की योजना ट्रंप पर से प्रतिबंध हटाने की फिलहाल नहीं है।
खुद का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लान्च कर सकते हैं ट्रंप
हालांकि, रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि ट्रंप आने वाले दिनों में खुद का एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लॉन्च कर सकते हैं। समझा जाता है कि ट्रंप इस प्लेटफॉर्म के जरिए अपने समर्थकों से जुड़ेंगे और अपने संदेश उन तक पहुंचाएंगे। यूएस कैपिटल हिंसा के लिए ट्रंप के खिलाफ महाभियोग लाने की प्रक्रिया शुरू की गई लेकिन सीनेट में पर्याप्ट वोट के अभाव में वह इससे बरी हो गए। चर्चा है कि वह 2024 के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव की दौड़ में फिर शामिल हो सकते हैं।