- सऊदी अरब में अरामको तेल कंपनी के कुओं पर ड्रोन अटैक
- तेल कंपनी अरामको ने तेल उत्पादन में कटौती की
- तेल उत्पादन में कटौती से कच्चे तेल की कीमतों में उछाल
वाशिंगटन। सऊदी अरब के तेल संयत्र पर ईरानी ड्रोन अटैक का मामला गरमाता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि याद करिए जब ईराम ने ड्रोन गिराने के संबंध में क्या कहा था। ईरान का कहना था कि ड्रोन उसके हवाई इलाके में था। लेकिन हकीकत में ड्रोन उसकी सीमा के आसपास भी नहीं था। अब वे कह रहे हैं सऊदी तेल संयंत्र पर हमले में उसका हाथ नहीं है, हम देखेंगे।
बता दें कि सऊदी कंपनी अरामको के तेल कुओं पर हमले के बाद तेल के दामों में जबरदस्त इजाफा हुआ है और यह 1991 की कीमतों के बाद सबसे बड़ा उछाल है। अरामको ने हमले के बाद तेल उत्पादन को अस्थाई तौर पर रोक दिया जिसकी वजह से कच्चे तेल के उत्पादन में करीब 5 फीसद की गिरावट आई है। ड्रोन हमले के लिए अमेरिका ईरान को जिम्मेदार ठहराया है और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ईरान को जवाबी कार्यवाही के लिए तैयार रहना चाहिए।
हाउदी विद्रोहियों ने अरामको के अबकौक और खुराइस स्थित तेल ते कुओं पर ड्रोन अटैक किया था। अरामको का कहना है कि ड्रोन हमले में तबाह हुए तेल कुओं की मरम्मत तक वो उत्पादन में कमी करेगा। ये बात अलग है कि ईरान का कहना है कि ड्रोन अटैक में उसका हाथ नहीं है। लेकिन अगर उसके खिलाफ युद्ध थोपा गया तो वो जवाबी कार्रवाई करेगा।