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'ज्यादा न इतराए तालिबान, एंड गेम अभी बाकी', अफगानिस्तान के हालात पर अमेरिका ने कही बड़ी बात

Updated Jul 22, 2021 | 07:45 IST

अमेरिका के शीर्ष सैन्य अधिकारी ने अफगानिस्तान पर बड़ा बयान दिया है। अधिकारी ने कहा है कि तालिबान की बढ़त की बात सच है लेकिन अगले कुछ महीनों में वहां क्या होने जा रहा है, यह देखने वाली बात है।

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अफगानिस्तान के हालात पर अमेरिकी सैन्य अधिकारी की बड़ी बात।
मुख्य बातें
  • अफगानिस्तान में करीब 212 जिलों पर तालिबान ने अपना नियंत्रण कर लिया है
  • अमेरिकी शीर्ष सैन्य अधिकारी ने कहा है कि इस देश में अभी एंड गेम बाकी है
  • देश की प्रांतीय राजधानियों पर तालिबान का नियंत्रण अभी नहीं हो पाया है

वाशिंगटन : अफगानिस्तान में तालिबान जिस तरह से अपनी बढ़त कायम कर रहा है और क्षेत्र पर एकाधिकार जमा रहा है, उसे देखते हुए यह कहा जाने लगा है कि अगले पांच से छह महीनों में उसका इस देश पर नियंत्रण पर हो जाएगा। इन सबके बीच अमेरिका के एक बड़े सैन्य अधिकारी ने बड़ा बयान दिया है। यूएस ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ के चेयरमैन मार्क मिली ने कहा है कि तालिबान खुद को इस तरह से पेश कर रहा है कि उसका जीतना तय है लेकिन इस लड़ाई का अंतिम भविष्य क्या होगा अभी इसे लिखा जाना बाकी है। सेना के अधिकारी ने यह बात मीडिया को संबोधित करते हुए कही। बताया जा रहा है कि तालिबान ने देश के करीब 212 जिलों पर अपना नियंत्रण कर लिया है और कई हिस्सों में अफगान सुरक्षा बलों के साथ उसका संघर्ष चल रहा है। 

तालिबान पेश कर रहा अपना जीतने का दावा
अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने कहा, 'अफगानिस्तान में तालिबान और अफगान सुरक्षाबलों के बीच जारी संघर्ष के बारे में एक बात स्पष्ट रूप से कही जा रही है कि वहां तालिबान जीत रहा है। दरअसल, यह अवधारणा तालिबान की तरफ से पेश की जा रही है। आज की अगर बात करें तो करीब 212 से 213 जिले उनके पास हैं। जिलों के केंद्रों पर तालिबान का नियंत्रण है। अफगानिस्तान में 419 जिले हैं और इनमें से आधे पर तालिबान का नियंत्रण है।'

प्रांतों की राजधानी तालिबान से दूर
मिली ने कहा कि पिछले छह महीने में देश के एक बड़े हिस्से पर तालिबान का नियंत्रण हुआ है हालांकि वे किसी भी प्रांत की राजधानी को अपने अधीन नहीं ले पाए हैं। उन्होंने कहा, 'अफगानिस्तान में 34 प्रांतीय राजधानियां हैं। आज की तारीख में तालिबान के पास कोई भी राजधानी नहीं है। तालिबान प्रांतों की राजधानियों के बाहरी क्षेत्रों में अपना नियंत्रण बना रहे हैं।' अफगान सुरक्षा बलों के पीछे हटने की वजह बताते हुए अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि वे प्रांतीय राजधानियों की सुरक्षा के लिए खुद को मजबूत स्थिति में पहुंचा रहे हैं।

अफगानिस्तान के हालात पर करीबी नजर
मिली ने कहा, 'गर्मी के बाद के महीनों में वहां क्या होता है, यह देखने वाली बात होगी। अभी बकरीद की वजह से वहां हिंसा में कमी देखने को मिली है लेकिन इसके बाद हम देखेंगे कि वहां हिंसा में कमी आई है या उसमें इजाफा हुआ है। इस बात की संभावना है कि वहां शांति हो जाए। यह भी हो सकता है कि वहां तालिबान का नियंत्रण हो जाए। अफगानिस्तान में कुछ भी हो सकता है, इस बात की भी संभावना है।' अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि अफगानिस्तान के ताजा हालात पर उनकी करीबी नजर है। 

'एंड गेम की स्क्रिप्ट अभी लिखी जानी है'
उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता है कि एंड गेम की स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी है।' गत मई में अमेरिका ने कहा कि वह 11 सितंबर से पहले अपने सैनिकों को अफगानिस्तान से निकाल लेगा, इसके बाद वहां तालिबान ने हिंसा तेज करते हुए इलाकों पर अपना नियंत्रण करना शुरू कर दिया। अब अमेरिका बलों की पूरी तरह वापसी अगस्त से पहले हो जानी है। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन का कहना है कि वापसी होने के बावजूद दूतावासों एवं अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए अमेरिकी सैनिकों का एक दस्ता अफगानिस्तान में रहेगा।