- ड्रग्स की लत एक इंसान को नहीं बल्कि उसकी कई पीढ़ियों को खत्म कर देता है
- मैक्सिको में सड़कों पर ड्रग तस्करों का ऐसा आतंक है कि सड़कों पर खून तो कभी कटे हुए सिर लटके मिलते हैं
- सिनालोआ कार्टेल को दुनिया के सबसे बड़े ड्रग-तस्करी संगठनों में से एक है
ड्रग्स, लिखने और बोलने में जितना छोटा है ये शब्द उतनी ही बड़ी तबाही मचाता है। शरीर में घुसते ही ये नस-नस में पहुंचकर इंसान को जानवर बना देता है। ये इंसान को अपने आगोश में ले लेता है और फिर इसी की धुन पर इंसान नाचता है। होश गंवाकर लोग इसके इतने आदती हो जाते हैं कि उन्हें ड्रग्स की लत पड़ जाती है। दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां ड्रग्स वॉर चलता है. सड़कों पर ड्रग माफिया अपना आतंक फैलाते हैं। अरबों डॉलर का है नशे का कारोबार। चलिए जानते हैं इस काली दुनिया के ड्रग कार्टेल के बारे में।
मैक्सिको में ड्रग तस्करों का ऐसा आतंक कि बाजार में कटे हुए सिर मिलते हैं
उत्तरी अमेरिका का एक देश मैक्सिको में सरे आम ड्रग्स वॉर होता है। ड्रग माफिया का गैंग वॉर सड़कों पर देखने को मिलता है। कभी लोगों के कटे सिर बाजार में टंगे मिल जाते हैं तो कभी खून की नदियां हैं। मैक्सिको में ड्रएग कार्टेल देश के बड़े क्षेत्र को अपनी चपेट में लिया है। यहां एक समूह नहीं है बल्कि कई समूह है।
सिनालाओ कार्टेल- अमेरिकी सरकार ने सिनालोआ कार्टेल को दुनिया के सबसे बड़े ड्रग-तस्करी संगठनों में से एक बताया है। एल. चापो इसका सरगना हुआ करता था। ड्रग्स की दुनिया में इसने इतना पैसा कमाया कि दुनिया का सबसे अमीर आदमी हो गया था। इसके नाम से न सिर्फ मैक्सिको बल्कि दुनिया में ड्रग्स की सप्लाई होती थी। साल 2014 में चापो को गिरफ्तार किया गया। आजीवन कारावास झेल रहा ये चापो न जाने कितनी पीढ़ियों को बर्बाद कर दिया। खून में संस्कार के बदले इसने नशा भर दिया।
जालिस्को न्यू जनरेशन (CJNG) – 2010 में बना ये गैंग सिनालाओ के मुख्य प्रतिद्वंदी के तौर पर उभरा। हैरानी की बात तो ये है कि इसे कोई और नहीं बल्कि एक पूर्व पुलिस अधिकारी ने शुरू किया था। अमेरिकी सरकार के अनुसार ये देश में और उससे बाहर सिंथेटिक ड्रग्स सप्लाई करता है। अमेरिका, यूरोप और एशिया के बाजारों में इसका बड़ा दबदबा है।
गल्फ कार्टेल- यह मेक्सिको के सबसे पुराने आपराधिक समूहों में से एक
अमेरिका में कोकीन और मारिजुआना की तस्करी के लिए जाना जाता है। ड्रग्स की दुनिया में अपना दबदबा स्थापित करने और युवाओं की नसों में खून के बदले ड्रग्स बहाने की खूंखार चाहत ने इस समूह को कई और समूह के साथ जुड़कर काम करने पर मजबूर कर दिया।
लॉस जेटस - इस आपराधिक समूह ने 1997 में मैक्सिकन स्पेशल फोर्सेज के 31 पूर्व संचालकों के एक समूह के रूप में ड्रग तस्करी का काम शुरू किया। पहले ये गल्फ कार्टेल में जुड़े उसके बाद अपना अलग से समूह शुरू किया। इस समूह ने सिर्फ ड्रग्स तस्करी का काम ही शुरू नहीं किया, बल्कि आगे चलकर हत्या और पैसा उगाही में भी लग गया।
बॉलीवुड सितारे भी ड्रग्स के नशे में हैं चूर
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से बॉलीवुड और ड्रग तस्करों के बीच के संबंध को लेकर लगातार जांच जारी है। एक तरफ मौत की जांच हो रही है तो दूसरी ओर मौत से जुड़े ड्रग एंगल की जांच भी तूल पकड़ रहा है। बड़े-बड़े बॉलीवुड सितारों के नाम इसमें उजागर हो रहे हैं। NCB की इस जांच प्रक्रिया में बॉलीवुड के ऐसे नामचीन सितारों का नाम सामने आ रहा है, जिनके बारे में उनके चाहने वाले कभी ऐसा सोच भी नहीं सकते थे। इस जांच के द्वारा अभी कई परतें खुलनी बाकी हैं। सच में अगर सच सामने आ गया तो ये कहना गलत नहीं होगा कि बॉलीवुड में भी जमकर ड्रग्स का इस्तेमाल हो रहा है और धीरे-धीरे ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में ये सितारे गुम हो रहे हैं।