इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल जियाउल हक के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक और अफगानिस्तान पर रूस के आक्रमण का मुकाबला करने के लिए मुजाहिदीन नेटवर्क स्थापित करने में अहम योगदान देने वाले पूर्व आईएसआई प्रमुख अख्तर अब्दुर रहमान खान को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल स्विस बैंक में खातों को लेकर पाकिस्तान में एक खुलासा हुआ है। इसमें यह बात सामने आई है कि यहां कई पाकिस्तानियों ने अपनी ब्लैक मनी छिपा रखी है और जनरल अख्तर रहमान भी उनमें एक हैं।
कई खाते शामिल
एक प्रमुख स्विस बैंक के डेटा लीक से 1400 पाकिस्तानी नागरिकों से जुड़े 600 खातों का विवरण सामने आया। इनमें पाकिस्तान के शीर्ष राजनेता और जनरल शामिल हैं। द न्यू यॉर्क टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व-आईएसआई प्रमुख जनरल अख्तर अब्दुर रहमान खान को अमेरिका और अन्य देशों से अफगानिस्तान में मुजाहिदीन को उनके खिलाफ युद्ध का समर्थन करने के लिए अरबों डॉलर नकद और अन्य सहायता की सुविधा प्रदान हुई।
तीन बेटों के नाम खाता
डॉन अखबार ने ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि अफगानिस्तान में रूस की मौजूदगी से जूझ रहे 'मुजाहिदीन' लड़ाकों के लिए सऊदी अरब और अमेरिकी फंडिंग अमेरिकी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) के स्विस बैंक खाते में गई। अखबार के मुताबिक 1985 में जनरल अख्तर के तीन बेटों के नाम एक खाता खोला गया था, हालांकि उन पर कभी भी सहायता राशि चोरी करने का आरोप नहीं लगा।
ये लोग शामिल
वर्षों बाद, अखबार ने कहा, "खाता बढ़कर 3.7 मिलियन डॉलर हो गया, जैसा कि लीक हुए रिकॉर्ड प्रदर्शित करते हैं। इस लीक सूची में जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय और मिस्र के पूर्व ताकतवर होस्नी मुबारक के दो बेटे और लंबे समय से चल रहे भ्रष्टाचार घोटाले में फंसे वेनेजुएला के अधिकारी भी शामिल हैं। रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है, 'इस प्रक्रिया में अंतिम प्राप्तकर्ता पाकिस्तान का इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस ग्रुप (ISI) था जिसके मुखिया उस समय जनरल रहमान थे।' द न्यूज इंटरनेशनल अखबार ने बताया कि पाकिस्तानियों के खातों में औसत अधिकतम शेष धनराशि 4.42 मिलियन स्विस फ़्रैंक थी। पाकिस्तानी अखबार ने आगे उल्लेख किया कि कई वो राजनेता भी शामिल थे जब वे सार्वजनिक पद पर थे।