- पाकिस्तान के पूर्व गृह मंत्री और पीपीपी के सीनेटर हैं रहमान मलिक
- मलिक ने कहा-यदि बगदादी मारा गया तो वह खुश हैं लेकिन आईएस ने नहीं की पुष्टि
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आईएस सरगना बगदादी के मारे जाने की पुष्टि की है
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व गृह मंत्री रहमान मलिक ने अमेरिकी सैन्य बलों की कार्रवाई में आईएसआईएस सरगना अबु बक्र अल बगदादी के मारे जाने पर आशंका जाहिर की है। पाकिस्तानी सांसद मलिक ने कहा कि वह अभी बगदादी की मौत पर आईएस की किसी तरह की 'पुष्टि' देखना चाहते हैं। उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, 'बगदादी की यदि मौत हो गई है तो मैं खुश हूं...फिर भी देखते हैं कि वह वास्तव में मर चुका है अथवा नहीं।'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को आधिकारिक रूप से बगदादी के मारे जाने की पुष्टि की। ट्रंप ने कहा कि सीरिया के इबलिब प्रांत में अमेरिका के विशेष बलों द्वारा चलाए गए सैन्य अभियान में आईएसआईएस का सरगना बगदादी अपने तीन बच्चों सहित मारा गया। ट्रंप ने कहा कि खुद को घिरा पाकर बगदादी ने अपने कमर में बंधे विस्फोटकों वाली बेल्ट से खुद को उड़ा लिया। बगदादी के साथ उसके तीन बच्चे भी मारे गए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अपने अंतिम समय में बगदादी चीख और गिड़गिड़ा रहा था। वह 'कुत्ते एवं कायर की मौत' मरा।
मलिक ने अपने ट्वीट में कहा, 'अमेरिका के राष्ट्रपति ने बगदादी के मारे जाने के बारे में बताया है लेकिन मैंने इस बारे में आईएसआईएस की ओर से कोई पुष्टि नहीं देखी है। अगर उसकी मौत हुई है तो मैं खुश हूं। भू-राजनीति के संरक्षण और स्थानीय लोगों की कीमत पर सीरिया में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। देखते हैं कि बगदादी वास्तव में मरा है अथवा नहीं।'
अमेरिका पिछले पांच वर्षों से दुनिया के सबसे बड़े इस खूंखार आतंकवादी के पीछे पड़ा था और अब जाकर उसे बगदादी का खेल खत्म करने में सफलता मिली है। इसके पहले बगदादी के मारे जाने की रिपोर्टें आती रही हैं लेकिन बाद में वे अफवाहें निकलीं। इस बार अमेरिका को बगदादी के बारे में पुख्ता खुफिया सूचना मिली थी। बगदादी के खिलाफ चले इस ऑपरेशन को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लाइव देखा।
बता दें कि बगदादी ने खुद को इस्लामी देशों का 'खलीफा' घोषित किया था और वह दुनिया में 'खलीफा राज' स्थापित करना चाहता था। इस्लामिक स्टडीज की पढ़ाई करने वाला बगदादी धार्मिक एवं कट्टर उपदेश देता था जिसे सुनकर बड़ी संख्या में मुस्लिम युवा एवं महिलाएं उसके संगठन की तरफ आकर्षित हुए। सीरिया और इराक में इसने लोगों पर बेइंतहां जुल्म एवं अत्याचार किए। यह संगठन दहशत फैलाने के लिए सामूहिक रूप से लोगों की हत्या का वीडियो जारी करता था।