- इमरान खान ने फिर शुरु किया कश्मीर राग
- डोनाल्ड ट्रंप से की मध्यस्थता करने की अपील
- एलओसी पर भारतीय सेना की आक्रामकता को बताया भड़काऊ कदम
इस्लामाबाद: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकियों और पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम के खिलाफ कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापना शुरु कर दिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के साथ अचानक बढ़े तनाव के मद्देनजर रविवार को देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों और नौकरशाहों के सा एनएससी की बैठक बुलाई और इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा की गई।
इमरान ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की यह बैठक सेना के उन आरोपों के बाद बुलाई गई है जब पाकिस्तान ने भारत पर आरोप लगाए हैं कि भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आम लोगों को निशाना बनाकर क्लस्टर बमों का इस्तेमाल किया। जिन पर संयुक्त राष्ट्र की ओर पाबंदी लगाई गई है। भारत ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए खारिज कर दिया था।
एनएससी की बैठक में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खत्ताक, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा और अन्य शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। इमरान खान ने भारत की आक्रामकता और कश्मीर को गंभीर मुद्दा बताते हुए कई ट्वीट किए।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने लिखा, 'राष्ट्रपति ट्रंप ने कश्मीर मामले में मध्यस्थता की पेशकश की। अब ऐसा करने का समय आ गया है क्योंकि वहां हालात खराब हो रहे हैं और नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना नए आक्रामक कदम उठा रही है।' उन्होंने कहा भारत की कार्रवाई से क्षेत्रीय संकट पैदा हो रहा है।
कश्मीरी नेता नजरबंद, आवाजाही और इंटरनेट पर रोक:
जम्मू कश्मीर में 5 दिसंबर की रात को कई बड़ी हलचलें देखने को मिल रही हैं। आवाजाही को बंद कर दिया गया है, सभी स्कूल- कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है। महबूबा मुफ्ती और उमर अबदुल्ला जैसे नेताओं को नजरबंद करने की खबरें सामने आई हैं।