नयी दिल्ली। Indian Release from MT Riah: ईरान इन दिनों दुनिया की राजनीति का केंद्र बना हुआ है और ईरान और अमेरिका के बीच का तनाव जगजाहिर है, अमेरिका की धमकी के आगे ईरान झुकने को तैयार नहीं नजर आ रहा है। इस तनाव के बीच ईरान की ब्रिटेन से भी तनातनी हो गई है और उसने ब्रिटिश तेल टैंकर स्टेना एंपरो पर कब्जा कर लिया इस पर 18 भारतीय भी सवार हैं।
वहीं ईरान ने जुलाई के शुरू में पकड़े गए पोत 'एमटी रिआह' (MT Riah) पर सवार 12 भारतीयों में से नौ को रिहा कर दिया है। मगर 21 भारतीय अब भी ईरान की हिरासत में हैं, जिनमें एमटी 'रिआह' के तीन और ब्रिटेन के तेल टैंकर ‘स्टेना इम्पेरो’ पर सवार 18 भारतीय शामिल हैं। ईरान ने पिछले हफ्ते होर्मुज के जलडमरूमध्य से 'स्टेना इम्पेरो' को जब्त कर लिया था।
इसके अलावा 'ग्रेस 1' नाम के टैंकर के चालक दल के 24 भारतीय सदस्य जिब्राल्टर पुलिस की हिरासत में हैं। जिब्राल्टर ने यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के आरोप में ईरान के 'ग्रेस1' को जब्त कर लिया था। हालांकि भारतीय अधिकारियों ने इन 24 भारतीयों से बुधवार को मुलाकात की है।
18 भारतीयों के बारे में भी मिल रही है अच्छी खबर
वहीं ईरान के कब्जे में ब्रिटिश तेल टैंकर स्टेना एंपरो पर सवार 18 भारतीयों के संबंध में सुखद जानकारी सामने आई जब विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट कर बताया है कि भारतीय दूतावास को शुक्रवार शाम राजनयिक पहुंच की जानकारी मिली है। स्टेना एंपरो पर सभी 18 भारतीय क्रू मेंबर सुरक्षित हैं और उनकी जल्द से जल्द रिहाई के लिए भारत सरकार की पुरजोर कोशिश जारी है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका खफा है और तमाम तरह की पाबंदियां लगा चुका है। अमेरिका ने दुनिया के तमाम देशों से या तो ईरान से कच्चा तेल नहीं खरीदने की अपील की है या कटौती करने को कहा है। अमेरिका कि इस अपील के बाद ईरान सरकार के तेवर गरम हो गए। हाल ही में जब ईरान के स्पेस में उड़ रहे अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया गया तो डोनाल्ड ट्रंप आगबबूला हो गए थे। उन्होंने ईरान पर हमसे की धमकी तक दी थी। लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने अपना फैसला बदल दिया।
अमेरिका अपने रुख पर अड़ा हुआ है
ईरान ने भी साफ कर दिया है कि वो झुकने वाला नहीं है। कुछ दिनों पहले जब स्ट्रेट ऑफ होरमुज से ब्रिटिश ऑयल टैंकर स्टेना एंपरो गुजर रहा था तो ईरान ने उस टैंकर को अपने कब्जे में ले लिया। दिलचस्प बात ये है कि वो ऑयल टैंकर ब्रिटेन का है लेकिन 18 क्रू मेंबर भारतीय हैं।
जब इस तरह की खबर आई कि भारतीय क्रू मेंबर को बंधक बनाया गया है तो संसद से लेकर सड़क आवाज गूंजी की भारतीय बंधकों की रिहाई के लिए भारत सरकार को ईरान पर दबाव बनाना चाहिए।
स्ट्रेट ऑफ होरमूज में ब्रिटिश ऑयल टैंकर को जब अगवा किया तो उस समय 18 भारतीय क्रू मेंबर्स समेत 23 लोग सवार थे। शेष पांच क्रू मेंबर्स लाटविया, रूस, फिलीपींस के हैं। ऑयल टैंकर के मालिक स्टेना बल्क ने बताया कि उनकी कपंनी के अधिकारियों ने क्रू मेंबर्स से मुलाकात की है और सभी लोग सुरक्षित हैं।