गजा पर इजरायल के हवाई हमलों में 200 की मौत।
यरूशलम : गजा पट्टी पर इजरायल का हवाई हमला जारी है। इजरायल ने सोमवार तड़के गजा पट्टी पर नए सिरे से हवाई हमले शुरू किए। इजरायल की ओर से ताजा हमला कार्यवाहक प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के उस बयान के कुछ घंटे बाद हुआ जिसमें उन्होंने कहा कि 'शत्रुता के खत्म होने के अभी कोई आसार नहीं हैं।' फलस्तीन और इजरायल के बीच हिंसा आठवें दिन में प्रवेश कर गई है। गत रविवार को इजरायल के पुलिसकर्मियों ने अल-अक्सा मंदिर में धावा बोला जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच हिंसा भड़क गई।
हमास के प्रमुख को निशाना बनाया
बताया जाता है कि इन झड़पों में कम से कम 42 फलस्तीनी नागरिक मारे गए जबकि सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए। रिपोर्टें में कहा गया है कि इजरायल ने हमास के प्रमुख येहया अल-सिनवार को भी निशाना बनाया।
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक सप्ताह में जब से हमले शुरू हुए हैं तब से गजा पट्टी में 58 बच्चों, 34 महिलाओं सहित कम से कम 192 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि इजरायल का कहना है कि हमास के रॉकेट हमलों में दो बच्चों सहित 10 लोगों की जान गई है। इजरायल-फलस्तीन हिंसा पर रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की बैठक हुई लेकिन इसमें कोई हल नहीं निकल सका। परिषद के सदस्य देश संयुक्त बयान भी जारी नहीं कर पाए।
रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल की वायु सेना ने सोमवार सुबह गजा पट्टी के बड़े इलाके को निशाना बनाते हुए हमले शुरू किए। रिपोर्ट में एसोसिएटेड प्रेस के संवाददाता फेर्स अकरम से हवाले से कहा गया है कि गजा में उत्तर से दक्षिण तक धमाके की आवाजें सुनी गईं।
इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय 'हो-हल्ला' एवं सीजफायर लागू करने के दबाव के बावजूद गजा सिटी पर हमले जारी रहेंगे। रविवार को टेलिविजन पर लोगों को संबोधित करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल की वायु सेना पूरी ताकत के साथ गजा पट्टी पर हमले कर रही है।
उन्होंने कहा कि ये हमले जारी रहेंगे क्योंकि उनका देश गजा पर नियंत्रण रखने वाले आतंकवादी संगठन हमास को 'बड़ी कीमत चुकाते हुए देखना चाहता है।' गजा के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि रविवार को हुए इजरायल के हवाई हमलों में तीन इमारतें जमीदोंज हो गईं और कम से कम 42 लोगों की जान गई।
फलस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी ने रविवार को इजराइल पर गाजा में युद्ध अपराध करने और मानवता के खिलाफ अपराध किए जाने का आरोप लगाया। अल-मलिकी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान कहा, 'हमारे लोग जिस डर से गुजर रहे हैं, उसको बयान करने के लिए हमारे पास शब्द नहीं है।’उन्होंने कहा कि इजरायल के हवाई हमलों में परिवार, बच्चे और नवजात मारे जा रहे हैं।'