वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आज चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात की। व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका और चीन (पीआरसी) के बीच संचार की लाइनों को बनाए रखने और उसे मजबूत करने के लिए तथा जिम्मेदारी से हमारे मतभेदों को समाप्त करने और अपने हितों के लिए मिलकर काम करने पर बात हुई। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग राष्ट्रपति पद पर रहते हुए 5वी बार सीधी बातचीत हुई। इस दौरान दोनों नेता जटिल रिश्तों के भविष्य पर चर्चा की। अमेरिका और चीन के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं।
जो बाइडेन ने ट्वीट किया कि आज मैंने चीनी जनवादी गणराज्य के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ संचार की लाइनों को मजबूत करने, हमारे मतभेदों को जिम्मेदारी से प्रबंधित करने और पारस्परिक हित के मुद्दों को संबोधित करने के हमारे प्रयासों के हिस्से के रूप में बात की।
गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच नवीनतम तनाव अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के निम्न सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव की स्पीकर नैंसी पेलोसी की संभावित ताइवान यात्रा को लेकर पैदा हुआ है। ताइवान स्वशासित द्वीप है जिसे चीन अपना हिस्सा मानता है। चीन ने कहा कि वह इस यात्रा को उकसावे की कार्रवाई के तौर पर देखेगा। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बुधवार को कहा था कि यह अहम है कि बाइडन और शी नियमित संपर्क में रहें।
व्हाइट हाउस में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए किर्बी ने कहा कि राष्ट्रपति सुनिश्चित करना चाहते हैं कि राष्ट्रपति शी के साथ संवाद के रास्ते खुले रहें क्योंकि वे इसकी जरूरत महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दे हैं जिन पर हम चीन के साथ सहयोग कर सकते हैं और ऐसे मुद्दे भी हैं जिन पर टकराव और तनाव है। बाइडन और शी ने आखिरी बार रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के कुछ समय बाद मार्च में बातचीत की थी।
किर्बी ने कहा कि यह दुनिया में सबसे अहम द्विपक्षीय संबंधों में से एक है जिसका असर दोनों देशों से परे होता है। किर्बी ने अमेरिका और चीन के बीच तनाव के कई मुद्दे गिनाए, जिनपर बात हो सकती है। उन्होंने कहा कि बातचीत में ताइवान को लेकर तनाव-चीन का ताइवान के बाहर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आक्रामक व्यवहार, आर्थिक संबंधों में तनाव, यूक्रेन-रूस युद्ध पर चीन की प्रतिक्रिया पर चर्चा हो सकती है।