- यूक्रेन के कई शहरों को रूस ने किया बर्बाद
- जेलेंस्की बोले- बातचीत के लिए तैयार लेकिन नहीं झुकेंगे
- अमेरिका ने यूक्रेन को हरसंभव मदद का एक बार फिर दिया भरोसा
यूक्रेन और रूस के बीच जंग के 37 दिन बीत चुके हैं। यूक्रेन के शहर दर शहर बर्बाद हो रहे हैं, यह बात अलग है कि राष्ट्रपति जेलेंस्की एक ही साथ दो तरह की बात करते हैं। उनका कहना है कि रूस से बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन आखिरी सांस तक लड़ाई जारी रहेगी। इन सबके बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन या तो अपने कुछ सलाहकारों को या तो हटा देंगे या उन्हें नजरबंद कर देंगे।
खुफिया रिपोर्ट का हवाला
बिडेन ने अमेरिकी खुफिया रिपोर्टों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पुतिन अपने आप को अलग थलग महसूस कर रहे हैं और इस बात के संकेत मिल रहे बहैं कि उन्होंने कुछ सलाहकारों को निकाल दिया है या नजरबंद कर दिया है। पुतिन को युद्ध की स्थिति की जमीनी हकीकत के बारे में सही जानकारी नहीं दी जा रही थी। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि रूसी अधिकारियों को दरकिनार किए जाने की खबरें हैं। उन्होंने कहा कि हमने ऐसी खबरें देखी हैं कि विभिन्न रूसी अधिकारियों को दरकिनार कर दिया गया है उन्हें अलग कर दिया गया है।
रूस का आंकलन गलत निकला
प्राइस ने कहा कि हमारे पास यह मानने का कारण है कि राष्ट्रपति पुतिन गुमराह महसूस करते हैं। राष्ट्रपति पुतिन, यदि आप पिछले पांच या इतने हफ्तों के दौरान ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हैं, तो स्पष्ट रूप से कई गलत अनुमान लगाए गए हैं। अपनी बात आगे बढ़ाते हुए वो कहते हैं कि रूस ने आक्रमण किया होगा जो बिल्कुल स्पष्ट था कि हमने पहले से निर्धारित परिणामों की एक पूरी श्रृंखला को दूर कर दिया था? उन्होंने स्पष्ट रूप से गलत अनुमान लगाया था कि उनकी सेना एक त्वरित सामरिक जीत हासिल करने में सक्षम होगी।
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पुतिन के पास युद्ध की पूरी तस्वीर ना होना खतरनाक
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा कि अगर पुतिन के पास युद्ध की पूरी तस्वीर नहीं है तो यह खतरनाक है। जाहिर है हम नहीं चाहते कि वे युद्ध के मैदान में अच्छा प्रदर्शन करें। आप यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उन वार्ताओं को अच्छे विश्वास में किया जा सकता है और फिर पूरी तरह से सूचित किया जा सकता है। इसलिए यह मददगार नहीं है यह निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि अगर पुतिन को गलत जानकारी या आधी अधूरी बात बताई जाएगी तो उसका दुष्प्रभाव पड़ना तय है। हताशा में वो तबाही वाले फैसले ले सकते हैं।