- भारत यूक्रेन से सटे रोमानिया, हंगरी और पोलैंड जैसे देशों से विशेष उड़ानों के जरिए भारतीय नागरिकों को वापस लाने में जुटा है
- बुखारेस्ट से छह उड़ानों के जरिए 1,200 भारतीयों को वापस लाया जाएगा: सिंधिया
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया है कि यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को किस प्रकार सुरक्षित भारत लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे कार्य को 4 भागों में विभाजित किया गया है, पहला हमारे सभी छात्रों को यूक्रेन से पड़ोसी देश की सीमाओं पर लाना है, दूसरा उन्हें पड़ोसी देश में सीमा पार करने में सक्षम बनाना है। तीसरा हिस्सा उन्हें पड़ोसी देश की सीमा से हवाई अड्डों की जगह पर लाना है, और चौथा उन्हें सुरक्षित रूप से भारत पहुंचाना है।
सिंधिया ने कहा कि कल मैं एयरपोर्ट पर लगभग 300-400 भारतीय छात्रों से मिला। वे बहुत सारे परीक्षणों और समस्याओं से गुजरे हैं। उन्हें सकुशल घर वापस भेजना हमारी जिम्मेदारी है। आज हमारे पास बुखारेस्ट (रोमानिया) से भारत के लिए 6 उड़ानें हैं। आज लगभग 1300 छात्र भारत के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। हम भारतीय छात्रों के समन्वय के लिए दो कॉल सेंटर स्थापित कर रहे हैं- एक बुखारेस्ट में और दूसरा साइरेट (रोमानिया) में। अगले 2 दिनों में कुल 3500 छात्र बुखारेस्ट से और लगभग 1300 छात्र सुसेवा से भारत के लिए रवाना होंगे। कल मैं सीरेट सीमा के लिए प्रस्थान करूंगा और वहां 2 दिन तक रहूंगा जब तक कि प्रत्येक भारतीय को सीरेट से नहीं निकाला जाता है।
इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को रोमानिया में रोमानियाई प्रधानमंत्री निकोले सिउका से मुलाकात की और यूक्रेन में बढ़े तनाव के बीच भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने में मदद करने के लिए धन्यवाद दिया।
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ऑपरेशन गंगा को युद्ध स्तर पर चलाए जाने के साथ सिंधिया ने बुधवार को रोमानिया के बुखारेस्ट में हेनरी कोंडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारतीय छात्रों के साथ बातचीत की। केंद्रीय मंत्री ने सभी से गर्मजोशी से मुलाकात की और उनकी बहादुरी की प्रशंसा की। उन्होंने प्रत्येक को आश्वासन दिया कि वे आज घर के लिए उड़ान भरेंगे।
लगभग 17000 भारतीय छोड़ चुके यूक्रेन, हम प्रत्येक भारतीय नागरिक को वापस लाएंगे: विदेश मंत्रालय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत चल रहे प्रयासों की समीक्षा के लिए लगातार उच्च स्तरीय बैठक कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी सरकारी मशीनरी चौबीसों घंटे काम कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वहां के सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं।