- कोरोना का नया स्ट्रेन मिलने के बाद दहशत में ब्रिटेन, एक बार फिर लॉकडाउन
- ब्रिटेन में बड़े पैमाने पर ऑक्स्फोर्ड एस्ट्राजेनेका वैक्सीन दी जा रही है
- बोरिस जानसन का दावा, ब्रिटेन में टीकाकरण की दर यूरोप में सबसे ज्यादा
लंदन। कोरोना के नए स्ट्रेन के मिलने के बाद ब्रिटेन में दहशत है। उस डर को इस बात से भी समझा जा सकता है जिसमें पीएम बोरिस जानसन ने राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए कम से कम फरवरी के मध्य तक नया स्टे-ऑन-होम लॉकडाउन लगाया है। इस लॉकडाउन का मकसद साफ है कि कोरोना के नए स्ट्रेन को हर हाल में रोका जा सके।
कोरोना के खिलाफ सख्त लड़ाई की जरूरत
मंगलवार से स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी, ऑनलाइन ही चलेंगे। लॉकडाउन की घोषणा के साथ अब लोगों का घर से बाहर निकलना करीब बंद हो जाएगा। वो लोग घरों से बाहर जा सकते हैं जिनका काम पर निकलना अनिवार्य होगा। बोरिस जानसन ने सोमवार रात को देश को संबोधित करते हुए कहा था कि जिस तरह संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं उससे साफ है कि इस लड़ाई में हम सबको और सतर्क रहने की जरूरत है। यही नहीं इसके खिलाफ हर मोर्चे पर लड़ाई लड़नी होगी। यह स्पष्ट हो गया है कि हमें और मेहनत करने की ज़रूरत है।
ब्रिटेन में टीकाकरण का बड़ा कार्यक्रम जारी
बोरिस जानसन ने कहा कि हमें एक राष्ट्रीय लॉकडाउन में जाना चाहिए क्योंकि कोरोना के नए स्ट्रेन के खिलाफ यह कठोर कदम जरूरी है।इसका अर्थ यह है कि सरकार एक बार फिर से आपको घर में रहने के लिए निर्देश दे रही है। ब्रिटेन में टीकाकरण का सबसे बड़ा प्रोग्राम शुरू हो चुका है और बाकी यूरोप के मुकाबले लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण में तेजी आ रही है। उन्होंने कहा हम सबका साझा दुश्मन एक जैसा है तो लड़ाई का तरीका भी साझा होना चाहिए। कोई एक मुल्क ऐसी सूरत में अपने आप को अलग थलग नहीं रख सकता है।