- अफगानिस्तान संकट पर नीदरलैंड की विदेश मंत्री ने इस्तीफा दिया
- संसद के प्रस्ताव में कहा गया कि सरकार अफगान संकट से ठीक से नहीं निपटी
- विदेश मंत्री काग ने कहा कि वह जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे रही हैं
नई दिल्ली : अफगानिस्तान संकट पर नीदरलैंड की विदेश मंत्री सिगरिड काग ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। नीदरलैंड की संसद ने सरकार के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि अफगानिस्तान संकट से सरकार ठीक ढंग से निपटने में नाकाम रही। प्रस्ताव पारित होने के बाद अपनी जिम्मेदारी लेते हुए काग ने इस्तीफा दिया है। अफगानिस्तान संकट पर किसी देश के विदेश मंत्री का यह पहला इस्तीफा है।
कान ने माना सरकार असफल हुई
बुधवार को संसद में बहस के दौरान काग ने माना कि अफगानिस्तान से लोगों को निकालने में जिस तरह की तत्परता दिखानी चाहिए थी, वैसी तत्परता सरकार की ओर से नहीं दिखाई गई। अफगानिस्तान में कुछ स्थानीय कर्मचारियों एवं डच बलों के लिए अनुवादक का काम करने वाले लोगों को वहां से निकालने में सरकार असफल रही। अफगानिस्तान की इस स्थिति पर जारी चेतावनी पर सरकार ने मुस्तैदी के साथ कार्रवाई नहीं की।
क्रिश्चियन यूनियन पार्टी ने सरकार पर साधा निशाना
गुरुवार को प्रस्ताव पारित होने के बाद तुरंत बाद काग ने कहा कि वह अपने पद से इस्तीफा देंगी। उन्होंने कहा कि संसद ने कहा है कि 'कैबिनेट ने गैर-जिम्मेदाराना तरीके से काम किया है।' उन्होंने कहा, 'एक मंत्री के रूप में जिम्मेदारी लेते हुए मैं फैसले का सम्मान करती हूं।' इससे पहले गुरुवार को क्रिश्चियन यूनियन पार्टी के सदस्य डॉन सीडर ने कहा कि अफगानिस्तान से लोगों में निकालने में सरकार ने फैसला लेने में देरी की। संकटग्रस्त देश से आ रहे संकेतों को सरकार समझ नहीं पाई। इसके लिए सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।