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Sierra Leone: ट्रक से टकराया तेल टैंकर, जबरदस्‍त विस्‍फोट ने ली 98 लोगों की जान, 100 से अधिक घायल

Updated Nov 06, 2021 | 23:50 IST

Sierra Leone oil tanker explosion: अफ्रीकी देश सिएरा लियोन में तेल का एक टैंकर एक अन्‍य ट्रक से टकरा गया, जिसमें 98 लोगों की जान चली गई, जबकि 100 से अधिक घायल हो गए। घायलों में कई की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिसके कारण मरने वालों की तादाद बढ़ने की भी आशंका है।

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तस्वीर साभार:&nbspAP
तेल टैंकर में विस्‍फोट से 98 लोगों की मौत, 100 से अधिक घायल

फ्रीटाउन (सिएरा लियोन) : अफ्रीकी देश सिएरा लियोन की राजधानी फ्रीटाउन के निकट एक तेल टैंकर में विस्फोट होने से कम से कम 98 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये। अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के अनुसार, विस्फोट शुक्रवार देर रात हुआ, जब टैंकर एक अन्य ट्रक से टकरा गया। टैंकर राजधानी फ्रीटाउन के पूर्व में वेलिंगटन में एक व्यस्त चौराहे के पास एक गैस स्टेशन पर जा रहा था।

एजेंसी ने कहा, 'दोनों चालक अपने वाहनों से बाहर आए और उन्होंने निवासियों को टक्कर से तेल रिसाव के मद्देनजर घटनास्थल से दूर रहने की चेतावनी दी।' प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि इस बेहद गरीब देश में, हालांकि, ईंधन लेने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। अधिकारियों ने बताया कि लगभग 100 घायल लोगों को आसपास के अस्पतालों में ले जाया गया। गंभीर रूप से झुलसे हुए लगभग 30 लोगों के बचने की उम्मीद नहीं है। घायल लोगों के कपड़े विस्फोट के बाद लगी आग में जल गए थे और वे स्ट्रेचर पर बिना कपड़े के ही पड़े थे।

राष्‍ट्रपति ने जताया दुख

विस्फोट के बाद के वीडियो में भीषण आग का गोला दिखाई दे रहा है, जबकि गंभीर रूप से झुलसे कुछ लोग दर्द से कराह रहे थे। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र की जलवायु वार्ता में हिस्सा लेने के लिए स्कॉटलैंड में मौजूद राष्ट्रपति जूलियस माडा बायो ने इस हादसे पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट किया, 'जिन परिवारों ने अपनों को खोया है और जो लोग झुलस गए हैं, उनके साथ मेरी गहरी सहानुभूति है।'

उपराष्ट्रपति मोहम्मद जुल्देह जलोह ने रातभर दो अस्पतालों का दौरा किया और कहा कि सिएरा लियोन की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी और अन्य इस आपात स्थिति के मद्देनजर 'अथक प्रयास' करेंगे। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर कहा, 'हम सभी इस राष्ट्रीय त्रासदी से बहुत दुखी हैं, और यह वास्तव में हमारे देश के लिए एक कठिन समय है।'