इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को कहा कि वे विपक्षी पार्टी जमीयत उलेमा इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) के दबाव में कभी भी इस्तीफा नहीं देंगे। विपक्षी पार्टी जमीयत उलेमा इसी महीने में आजादी मार्च के नाम से सरकार विरोधी प्रदर्शन कर रही है जिसके तहत वे इमरान खान सरकार से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
एक बैठक में वरिष्ठ पत्रकार और विश्लेषकों से बात करके हुए इमरान खान ने कहा कि उन्हें लगता है कि जमीयत उलेमा प्रमुख रहमान के विरोध प्रदर्शन के पीछे कोई षड़यंत्र काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि ये प्रदर्शन किसी तय एजेंडा के तहत आयोजित किया गया है।
मेरे इस्तीफे का कोई सवाल पैदा नहीं होता है और मैं किसी भी सूरत में इस्तीफा नहीं दूंगा। ये धरना एजेंडा पर आधारित है और इन्हें विदेशियों का समर्थन प्राप्त है। खान ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि मौलानाओं की समस्या क्या है। मैं विपक्ष के एजेंडे को नहीं समझ पा रहा हूं।
जमीयत उलेमा के द्वारा बुलाया गया आजादी मार्च केवल सरकार को गिराने के एजेंडे से निकाला गया है। जमीयत उलेमा प्रमुख रहमान ने कहा है कि फर्जी चुनावों के बलबूते पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार बनी है।
इसी बीच पाकिस्तान सरकार ने विरोध प्रदर्शन को बंद नहीं करने का फैसला किया है चूंकि कोर्ट ने कहा है कि ये कानून के तहत प्रदर्शन किया जा रहा है और उन्होंने किसी प्रकार का कोई कानून नहीं चतोड़ी है।