- पाकिस्तान ने चीन में बने जे-10सी लड़ाकू विमान को अपनी वायुसेना में किया शामिल
- पाकिस्तान इसकी तुलना भारत के लड़ाकू विमान राफेल से कर रहा है
- जे 10 को लेकर विशेषज्ञों की है अलग- अलग राय
Pakistan J 10 Fighter Plane: भारत के युद्धक विमान राफेल से खौफ खाए पाकिस्तान ने चालबाज चीन से J-10 लड़ाकू विमान खरीदे हैं। पाकिस्तान ये दावा कर रहा है कि चीन का ये J-10 विमान भारत के राफेल का मुकाबला कर सकेगा। लेकिन एक्सपर्ट के मुताबिक राफेल के सामने J-10 फिसड्डी साबित होगा। पाकिस्तान ने जे-10 को अपनी वायु सेना में शामिल कर लिया है। नए लड़ाकू विमानों को वायुसेना में शामिल करने के मौके पर पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ना सिर्फ खुद मौजूद थे बल्कि एटोक जिले में पाकिस्तान वायुसेना अड्डे मिनहास कामरा में J-10 में बैठ कर लड़ाकू विमान का जायजा भी लिया।
खुद पाक सांसद कह चुके हैं ये बात
इस दौरान इमरान खान को भारतीय युद्धक विमान राफेल का खौफ भी साफ दिया। यहां पाक वायुसेना को संबोधित करते हुए इशारों-इशारों में कहा कि दुर्भाग्य से क्षेत्र में एक असंतुलन पैदा हुआ है और इसका समाधान करने के लिए आज हमे भी अपनी रक्षा प्रणाली में एक बड़ा इजाफा करना पड़ा। मेड इंन चाइना के जंगी जहाज को लेकर इतरा रहे इमरान को पाकिस्तान के एक सासंद डॉक्टर अफनान उल्लाह खान आईना दिखा चुके हैं जब उन्होंने कहा था कि राफेल के आगे J-10 फाइटर जेट बौना है।
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J-10 Vs Rafale
राफेल अत्याधुनिक तकनीक से लैस होने के साथ इसकी रेंज 3,700 किलोमीटर है। यह लड़ाकू विमान अपने साथ अलग-अलग तरह की कई मिसाइलों को लेकर उड़ान भर सकता है। राफेल इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर टेक्नोलॉजी के हिसाब से दुनिया में सर्वोत्तम लड़ाकू विमान है। राफेल के जे-20 से बेहतर होने का जो सबसे बड़ा तर्क दिया जाता है वो ये है कि राफेल के पास 13 वर्षों में कई सफल ऑपरेशन का अनुभव है और यह अफगानिस्तान, लीबिया, सीरिया, माली और इराक में तैनात अपनी ताकत दिखा चुका है। जे-10 के कॉकपिट में तीन लिक्विड क्रिस्टल (एलसीडी) मल्टी-फंक्शन डिस्प्लेके साथ प्लानर ऐरे एंटीना लगा हुआ है, जो एक साथ 10 लक्ष्यों को ट्रैक करने में सक्षम है। गौर करने वाली बात ये है कि यह इजरायल केIAI लवी का कॉपी है जिसे इजरायल 34 साल पहले बनाना बंद कर दिया है।
इमरान बोले- रक्षा प्रणाली के लिए अहम
नये लड़ाकू विमानों को वायुसेना में शामिल करने के अवसर पर प्रधानमंत्री इमरान खान ने फ्रांस से भारत के राफेल लड़ाकू विमान खरीदने की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘दुर्भाग्य से, क्षेत्र में एक असंतुलन पैदा करने की कोशिशें की जा रही हैं और इसका समाधान करने के लिए आज हमारी रक्षा प्रणाली में एक बड़ा इजाफा किया गया है।’ खान ने करीब 40 साल बाद इसे पाकिस्तान के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया, जब अमेरिका द्वारा उपलब्ध कराये गये एफ-16 लड़ाकू विमानों को पाकिस्तानी वायुसेना में शामिल किया गया था।जे-10सी 4.5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है और यह चीन-पाक द्वारा संयुक्त रूप से विकसित हल्के लड़ाकू विमान जेएफ-17 से कहीं अधिक शक्तिशाली है, जिसे अभी पाकिस्तान इस्तेमाल कर रहा है।
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