इस्लामाबाद: पाकिस्तान सरकार ने आखिरकार मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इस आश्वासन पर चिकित्सा उपचार के लिए विदेश यात्रा के लिए सशर्त मंजूरी दे दी कि वह एक बॉन्ड पर हस्ताक्षर करेंगे और इलाज के बाद वापल लौटेंगे और अपने खिलाफ आरोपों का सामना करेंगे। प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक के बाद सरकार के मुख्य प्रवक्ता फिरदौस आशिक ने कहा कि बैठक के 85-90 प्रतिशत प्रतिभागियों की राय थी कि नवाज को इलाज के लिए विदेश जाने की अनुमति दी जानी चाहिए, बशर्ते वह कुछ शर्तों को पूरा करें।
कैबिनेट ने एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ECL) से शरीफ का नाम हटाने की मंजूरी दी। शरीफ को मंगलवार को कतर एयरवेज की उड़ान से दोहा होते हुए लंदन के लिए रवाना होना था। लेकिन, ईसीएल में नाम होने की वजह से वह नहीं जा सके और उनकी कंफर्म टिकट को एक बार फिर रद्द कराना पड़ा।
नवाज के परिजनों का कहना है कि लंदन रवानगी में देरी से उनकी जान को खतरा हो सकता है। लंदन के एक निजी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराए जाने के सभी इंतजाम कर लिए गए हैं।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) के सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने कुछ कैबिनेट और पार्टी सहकर्मियों की ओर से विरोध का सामना करना पड़ रहा है जो शरीफ को कोई छूट दिए जाने के खिलाफ हैं। शरीफ को विदेश जाने देने से पार्टी को नुकसान पहुंच सकता है जो भ्रष्ट नेताओं को जेल में डालने के वादे के आधार पर सत्ता में आई थी।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम अस्थिर प्लेटेलेट काउंट समेत कई बीमारियों से ग्रस्त हैं और उनकी अभी लाहौर में उनके आवास पर देखरेख की जा रहा रही है जहां एक आईसीयू बनाया गया है। शनिवार नौ नवंबर को शरीफ का प्लेटेलेट काउंट 20,000 था।