कराची : कोरोना संक्रमण पर रोक लगाने के लिए सिंध सरकार की तरफ से लागू किए गए नए प्रतिबंधों की रिपोर्टिंग कर रहे पत्रकारों को पुलिस द्वारा कथित रूप से पीटे जाने का मामला सामने आया है। इस घटना के सामने आने के बाद अधिकारियों का कहना है कि घटना में संलिप्त पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पत्रकार संघों ने पुलिस की इस कथित ज्यादती के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
कराची में पुलिस ने की बदसलूकी
'द न्यूज' की रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकारों को पीटे जाने की घटना कराची के पूर्वी एवं पश्चिम जिले में सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक यहां एक वायर एजेंसी के वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट और एक प्राइवेट न्यूज चैनल के वरिष्ठ रिपोर्टर के साथ पुलिस ने बदसलूकी की। सिंध सरकार ने प्रांत के कई शहरों में नए प्रतिबंध लागू किए हैं। इन प्रतिबंधों के लागू होने के बाद पत्रकार रिपोर्टिंग के लिए एकत्र हुए थे।
परिचय पत्र दिखाने पर भी नहीं बख्शा
बदसलूकी की इन घटनाओं के बाद देर तक बाहर काम करने वाले पत्रकारों को मंगलवार को अपने कार्यालय पहुंचने की चिंता सता रही है। दरअसल, सरकार ने अपने नए दिशानिर्देशों में पुलिस को कोई निर्देश जारी नहीं किया है। एक अंतरराष्ट्रीय वायर एजेंसी के लिए काम करने वाले पत्रकार फरीद खान का आरोप है कि पुलिस अधिकारियों ने उनकी पिटाई की। पत्रकार का कहना है कि उनके साथ यह घटना तब हुई जब उन्होंने खुद को एक पत्रकार के रूप में परिचय कराया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को अपना मीडिया कार्ड और कैमरा दिखाया।
हिरासत में अवैध रूप से रखने का आरोप
रिपोर्ट के मुताबिक फरीद ने कहा, 'पुलिसकर्मियों ने मुझे एक वाहन में बिठाया और फिर करीब आधे घंटे तक सड़क पर घूमते रहे। इस दौरान उन्होंने मेरे साथ बदसलूकी की। वे मुझे पुलिस स्टेशन ले गए और अवैध हिरासत में रखा।' खान का कहना है कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की मौजूदगी में भी उन्हें पीटा गया।
कराची पुलिस के प्रमुख ने कार्रवाई की बात कही
कराची पुलिस के प्रमुख इमरान याकूब ने इस घटना का संज्ञान लिया है। याकूब ने कराची पत्रकार संघ के संयुक्त सचिव ताल्हा हाशमी को इस घटना में संलिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिया है। पहली घटना के कुछ घंटे बाद पूर्वी जिले में इसी तरह का मामला सामने आया। यहां आरोप है कि सौदाबाद पुलिस ने एक पत्रकार के साथ बदसलूकी की। एक न्यूज चैनल के रिपोर्टर सैयद वासिम का दावा है कि वह कवरेज के लिए एक निजी अस्पताल गए थे जहां पर सौदाबाद के एसएचओ राणा हसीब ने कथित रूप से उसके साथ बदसलूकी की और उसे पुलिस स्टेशन लेकर गए।