नई दिल्ली: फ्रांस के विदेश मंत्री के विरोध दर्ज कराने के बाद पाकिस्तान की मंत्री शिरीन मजारी को फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बारे में अपनी टिप्पणी को वापस लेना पड़ा। पाकिस्तान की मानवाधिकार मामलों की मंत्री शिरीन मजारी ने 22 नवंबर को एक ट्वीट में कहा था, 'मैक्रोन मुसलमानों के साथ वैसा ही कर रहे हैं, जैसा नाजियों ने यहूदियों के साथ क्या किया था- मुस्लिम बच्चों को आईडी नंबर मिलेंगे (अन्य बच्चों को नहीं) इसी तरह यहूदियों को पहचान के लिए अपने कपड़ों पर पीले रंग का सितारा पहनने के लिए मजबूर किया गया था।
पाकिस्तान में फ्रांसीसी दूतावास ने पाकिस्तानी मंत्री के दावों को 'फेक न्यूज और गलत आरोप' करार दिया। बाद में शिरीन मजारी ने अपने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया। उन्होंने ट्विटर पर एक संदेश पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा, 'पाक में फ्रांसीसी दूत ने मुझे निम्नलिखित संदेश भेजा और मैंने जिस लेख का उल्लेख किया था उसे प्रकाशन द्वारा ठीक कर दिया गया है, मैंने उसी पर अपना ट्वीट भी हटा दिया है।'
पाकिस्तानी मंत्री के पहले वाले ट्वीट का उल्लेख करते हुए फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-यवेस ले ड्रियन ने आरटीएल रेडियो को कहा कि टिप्पणियां अस्वीकार्य थीं और उन्हें वापस लिया जाना चाहिए। ड्रियन ने कहा कि कुछ मीडिया संस्थान शिरीन मजारी की पूर्व टिप्पणियों का लाभ उठा रहे थे और उन्होंने इस संबंध में स्पष्टीकरण जारी किया था।