नई दिल्ली : पाकिस्तान में महंगाई चरम पर पहुंच गई है। आम जनता परेशान है। कंगाली एवं बदहाली के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान की असलियत किसी से छिपी नहीं है। अब उसके अपने अधिकारी भी इमरान खान से सीधे सवाल करने लगे हैं। अधिकारियों को बिना वेतन काम करना पड़ रहा है लेकिन अब बर्दाश्त करने की उनकी क्षमता भी जवाब दे गई है। सर्बिया स्थित पाकिस्तान दूतावास के अधिकारियों का दर्द छलक उठा है। अधिकारियों ने प्रधानमंत्री इमरान खान से पूछा है कि वे कब तक बिना वेतन काम करते रहेंगे ऐसे में जब उनके बच्चों को फीस न भरने की वजह से स्कूल से निकाला गया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने दी सफाई
सर्बिया दूतावास से इस ट्वीट पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सफाई दी है। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि सर्बिया स्थित पाकिस्तान दूतावास के ट्विटर, फेसबुक एवं इंस्टाग्राम अकाउंट्स हैक हो गए हैं। इन हैंडल्स से पोस्ट किए जाने वाले मैसेज पाकिस्तानी दूतावास के नहीं हैं।
अधिकारियों ने कहा-हमारे बच्चों को स्कूल से निकाला गया
समाचार एजेंसी एएनआई ने सर्बिया स्थित पाकिस्तानी दूतावास के उस ट्वीट को साझा किया है जिसमें अधिकारियों ने इमरान खान से सवाल पूछा है। इस ट्वीट में दूतावास में तैनात अधिकारियों ने इमरान से पूछा है कि 'पाकिस्तान में महंगाई अब तक के अपने सभी रिकॉर्ड को पीछे छोड़ रही है। प्रधानमंत्री इमरान खान आप हमसे कब तक उम्मीद करते हैं कि हम सरकारी अधिकारी चुप रहेंगे और हमें तीन महीने से वेतन नहीं मिला है, फिर भी हम काम कर रहे हैं। स्कूल की फीस न भरने की वजह से हमारे बच्चों को स्कूलों से निकाला गया है।'
महंगाई की मार से जनता परेशान
पाकिस्तान में महंगाई की मार से आम जनता बेहद परेशान है। खाने-पीने से लेकर डीजल-पेट्रोल की कीमतें आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गई हैं। इस बुरे हालात के लिए लोग सीधे तौर पर इमरान खान को जिम्मेदार बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि एक प्रधानमंत्री के रूप में इमरान सभी मोर्चों पर असफल हो गए हैं।
महंगाई 70 साल के उच्च स्तर पर
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में महंगाई 70 सालों में अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में खाने की कीमतें दोगुनी हो चुकी हैं। घी, तेल, आटा और चिकन की कीमतें में जबर्दस्त उछाल आया है।