- अपने कट्टर दुश्मन इजरायल से संबंध सुधारने की जुगत में पाकिस्तान
- एक खुलासे के मुताबिक, इजरायल के नेताओं से मिल रहे हैं पाक नेता
- पाकिस्तान पर इजरायल के संबंध सुधारने का है वैश्विक दबाव
इस्लामाबाद: इजरायल का कट्टर आलोचक और दुश्मन पाकिस्तान आजकल गुपचुप तरीके इजरायल के साथ अपने संबंधों को सुधारने की कोशिशों में भी जुटा हुआ है। ब्रिटिश थिंक टैंक इस्लामिक थियोलॉजी ऑफ काउंटर टेररिज्म के संस्थापक नूर देहरी ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि कुछ पाकिस्तानी नेता गुपचुप तरीके से इजरायल के नेताओं के साथ मुलाकात की है। इस खुलासे के बाद पाकिस्तान उन मुस्लिम देशों के निशाने पर आ सकता है खुलकर इजरायल को निशाने पर लेते रहे हैं।
नूर देहरी का ट्वीट
नूर देहरी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'पाकिस्तानियों के लिए अच्छी खबर, जल्द ही, मैं तेल अवीव (इज़राइल) में पाकिस्तानी राजनेता और इजरायल के राजनेताओं के बीच हालिया गुप्त लेकिन सफल बैठक का खुलासा करने जा रहा हूं। मुझे खुफिया विभाग के मेरे इज़राइली दोस्तों से यह जानकारी मिली।' हालांकि पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमदू कुरैशी ने कहा था कि उनकी सरकार इजरायल को कभी मान्यता नहीं देगी।
सऊदी अरब से लगी निराशा हाथ
कुछ दिन पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी (UAE) सऊदी अरब दके दौरे पर गए थे जिसने दो महीने पहले पाकिस्तानी नागरिकों को किसी भी तरह का वीजा देने पर रोक लगा थी। कुरैशी ने इजरायल को मान्यता दे चुके यूएई से इस बैन को हटाने की मांग की थी लेकिन वहां की सरकार ने उनकी इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सऊदी अरब पाकिस्तान पर लगातार इस बात का दबाव डाल रहा है कि वो इजरायल को मान्यता दे।
सऊदी अरब ही नहीं बल्कि अमेरिका भी पाकिस्तान पर इजरायल को मान्यता देने का दबाव बना रहा है। नूर देहरी की मानें तो पाकिस्तान पर तुर्की से दूरी बनाने का भी दबाव बन रहा है। यूएई ने पाकिस्तान को कहा है कि वह इजरायल के साथ संबंध सुधारता है तो उसे आर्थिक मद फिर से दी जा सकती है।