- इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिये पीएम पद से हटाया गया।
- संयुक्त विपक्ष को 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 174 सदस्यों का समर्थन मिला।
- इमरान खान पाकिस्तान के इतिहास में ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गए, जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के जरिये हटाया गया।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने रविवार (10 अप्रैल) को ट्वीट किया कि 1947 में पाकिस्तान एक स्वतंत्र देश बना; लेकिन स्वतंत्रता संग्राम आज फिर शुरू हुआ है। यह संग्राम सत्ता परिवर्तन की एक विदेशी साजिश के खिलाफ है। यह हमेशा देश के लोगों के लिए है जो अपनी संप्रभुता और लोकतंत्र की रक्षा करते हैं।
उधर इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने नेशनल असेंबली से इस्तीफा देने का फैसला किया है। यह प्रक्रिया कल प्रधानमंत्री के चुनाव के बाद नेशनल असेंबली से शुरू होगी।
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गौर हो कि पाकिस्तान नेशनल असेंबली में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार मध्यरात्रि के बाद हुए मतदान में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। खान देश के इतिहास में ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गए, जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के जरिये हटाया गया है। वोटिंग के समय 69 वर्षीय खान सदन में उपस्थित नहीं थे और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसदों ने भी वॉक आउट किया था। हालांकि, पीटीआई के बागी सदस्य सदन में उपस्थित रहे।
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शनिवार को पल-पल बदलते घटनाक्रम के बीच देर रात को शुरू हुए मतदान के नतीजे में संयुक्त विपक्ष को 342-सदस्यीय नेशनल असेंबली में 174 सदस्यों का समर्थन मिला, जो प्रधानमंत्री को अपदस्थ करने के लिए आवश्यक बहुमत 172 से अधिक रहा। गौर हो कि कि किसी भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है।
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क्रिकेटर से नेता बने खान 2018 में 'नया पाकिस्तान' बनाने के वादे के साथ सत्ता में आये थे। हालांकि, वह वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रण में रखने की बुनियादी समस्या को दूर करने में बुरी तरह विफल रहे। नेशनल असेंबली का वर्तमान कार्यकाल अगस्त, 2023 में समाप्त होना था।