- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात हुई
- भारतीय मूल की कमला हैरिस का संबंध भारत के तमिलनाडु राज्य से रहा है
- इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका सहयोग पर जोर दिया
वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात हुई, जिस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया। पीएम मोदी ने अमेरिका की उपराष्ट्रपति के पद पर चुने जाने के लिए कमला हैरिस को बधाई दी तो भारत दौरे का न्यौता भी दिया। वहीं, कमला हैरिस ने दुनियाभर में लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में आपसी सहयोग पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने विस्तृत चर्चा से पहले एक संयुक्त बयान जारी किया। भारत और अमेरिका के बीच प्रतिनिधमंडल स्तर की बातचीत भी हुई।
भारत दौरे का न्यौता
पीएम मोदी और कमला हैरिस की मुलाकात व्हाइट हाउस में हुई, जहां अमेरिका की उपराष्ट्रपति ने भारत के प्रधानमंत्री का स्वागत किया। पीएम मोदी ने इस दौरान उपराष्ट्रपति के तौर पर कमला हैरिस के निर्वाचन को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा, 'आप बहुत से लोगों की प्रेरणा हैं। भारत में भी लोग आपका स्वागत करना चाहते हैं और इसलिए मैं आपको भारत दौरे का न्यौता देता हूं।' उन्होंने भारत और अमेरिका को लोकतंत्र के रूप में स्वाभाविक साझीदार बताया।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 'भारत और अमेरिका स्वाभाविक पार्टनर्स हैं। हमारे मूल्य एक जैसे हैं और भू-राजनीतिक रुचि भी एक जैसी है। हमारे बीच सहयोग तथा समन्वय भी समय के साथ बढ़ रहा है।' पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नेतृत्व में अमेरिकी प्रशासन के साथ भारत के संबंध और मजबूती से आगे बढ़ेंगे और नई ऊंचाइयां हासिल करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच मजबूत पीपुल टू पीपल कनेक्ट है और लगभग 40 लाख प्रवासी दोनों देशों के बीच 'मित्रता सेतु' के रूप में काम करते हैं। उन्होंने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान इससे लड़ने में भारत को अमेरिका की ओर से दी गई मदद के लिए आभार जताया।
लोकतांत्रिक मूल्यों पर जोर
वहीं, कमला हैरिस ने अपने संबोधन के दौरान कोविड प्रबंधन को लेकर भारत के प्रयासों और वैक्सीनेशन अभियान की सराहना की। साथ ही वैक्सीन निर्यात फिर से शुरू किए जाने के भारत के फैसले का भी स्वागत किया। अमेरिका और भारत को महत्वपूर्ण साझीदार बताते हुए उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग पर जोर दिया।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने इस दौरान दुनियाभर में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने में भी भारत के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई और कहा कि आज पूरी दुनिया में लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा होता जा रहा है। ऐसे में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत और दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के रूप में अमेरिका को साथ मिलकर और इस दिशा में मजबूती के साथ काम करने की जरूरत है। उनके इस बयान को चीन पर निशाने के तौर पर देखा जा रहा है।
दोनों नेताओं के बीच जलवायु परिवर्तन के मसले पर भी चर्चा हुई। कमला हैरिस ने यह कहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की कि इस क्षेत्र में आपकी व्यक्तिगत रुचि भी है और इसलिए इस दिशा में नए सिरे से सहयोग की संभावनाएं तलाशी जानी चाहिए।