- अगर इमरान खान दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें आजीवन करावास से लेकर फांसी तक की सजा हो सकती है।
- इमरान खान गिरफ्तारी से बचने के लिए किसी सुरक्षित स्थान पर छिप गए हैं।
- इसके पहले पार्टी और सहयोगी दलों की बगावत की वजह से इमरान खान की अप्रैल 2022 में सरकार गिर गई थी।
Unrest in Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा ही हैं। द ट्रिब्यून के अनुसार मंगलवार को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने अदालत की अवमानना के एक मामले में इमरान खान को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। और कहा है पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान 31 अगस्त को खुद न्यायायल में उपस्थित हो। असल में इमरान खान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। पुलिस ने उनके खिलाफ पाकिस्तान के आतंकवाद विरोधी कानून की धारा-7 के तहत एफआईआर दर्ज की है। और उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
इस बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेताओं ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से पूर्व प्रधानमंत्री और पार्टी प्रमुख इमरान खान की गिरफ्तारी की आशंका को देखते हुए, उसके विरोध में सड़कों पर उतरने को कहा है। यही नहीं नेताओं ने कहा है कि अगर इमरान खान की गिरफ्तार होते हैं तो उनके समर्थक इस्लामाबाद पर कब्जा कर लेंगे। साफ है कि एक बार फिर पाकिस्तान में इमरान खान और शहबाज शरीफ की सरकार आमने-सामने हैं। और अगर इमरान खान की गिरफ्तारी होती है तो पाकिस्तान में राजनीतिक हालात और बिगड़ सकते हैं।
क्या है मामला
इमरान खान इस्लामाबाद के एफ-9 पार्क में 20 अगस्त को एक जनसभा को संबोधित किया था। उन परआरोप है कि इस दौरान उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के एक जज, कई अफसरों और सरकार के खिलाफ आपत्तिजनक बातें की थी। जिसे सरकार ने भड़काऊ भाषण माना है। सरकार का कहना है कि भाषण के इमरान खान देश की जनता को सरकार, कोर्ट और सेना के खिलाफ भड़काना चाहते थे और देश में गृह युद्ध कराना चाहते थे। भाषण वायरल होने के बाद इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने इमरान के भाषण के लाइव प्रसारण पर रोक लगा दी। और आगे भी उनके भाषणों का लाइव प्रसारण नहीं करने का आदेश जारी किया गया है।
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पूरे मामले पर पुलिस ने इमरान खान पर आतंकवाद विरोधी कानून की धारा सात के तहत एफआईआर दर्ज कर ली। इमरान की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके घर बनीगाला भी पहुंची थी, लेकिन भारी भीड़ देखते हुए उसे वापस लौटना पड़ा। वहीं इमरान के समर्थकों ने चेतावनी दी है कि अगर इमरान को गिरफ्तार किया जाएगा तो देशभर में बवाल हो जाएगा। इस्लामाबाद पर कब्जा हो जाएगा।
गिरफ्तारी से बचने के लिए इमरान छुपे
इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इमरान खान गिरफ्तारी से बचने के लिए किसी सुरक्षित स्थान पर छिप गए हैं। अगर इमरान खान को कोर्ट से राहत नहीं मिलती है तो उनके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। क्योंकि आतंकविरोधी आरोप के तहत फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई होगी। और अगर इमरान खान दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें आजीवन करावास से लेकर फांसी तक की सजा हो सकती है। और जब से शहबाज शरीफ के नेतृत्व में नई सरकार बनी है उसी समय ये सत्ता और विपक्ष आमने-सामने हैं।
अप्रैल में इमरान की गई थी कुर्सी
इसके पहले पार्टी और सहयोगी दलों की बगावत की वजह से इमरान खान की अप्रैल 2022 में सरकार गिर गई थी। और तत्कालीन विपक्ष ने एकजुट होकर पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता शहबाज शरीफ के नेतृत्व में सरकार बना ली थी। उसी के बाद से इमरान खान जल्द चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं और लगातार रैलियां कर रहे हैं। जिससे कि चुनाव आयोग पर जल्द चुनाव का दबाव बन सके और जनता के बीच उनको सहानुभूति मिले।