दुबई : दुबई का शाही परिवार एक बार फिर सुर्खियों में है। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के प्रधानमंत्री व दुबई के अरबपति कारोबारी शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम और उनकी छठी पत्नी रहीं प्रिंसेस हया के तलाक पर मुहर लग गई है। ब्रिटेन की एक अदालत ने इस संबंध में फैसला सुनाया और दुबई के शासक को राजकुमारी हया को 55 करोड़ पाउंड की भारी-भरकम राशि देने का आदेश सुनाया, जो रकम भारतीय मुद्रा में तकरीबन 5500 करोड़ रुपये होती है। ब्रिटेन के कानूनी इतिहास में इसे तलाक का सबसे बड़ा मामला बताया जा रहा है।
ब्रिटिश हाईकोर्ट ने मंगलवार को इस संबंध में फैसला सुनाया, जिसमें अदालत ने यह भी कहा कि राजकुमारी हया और उनके बच्चों को आतंकवाद या फिर अपहरण जैसे खतरों का सामना करना पड़ सकता है और इसलिए उनकी सुरक्षा के इंताजाम किए जाने चाहिए। जॉर्डन के पूर्व राजा हुसैन बिन तलाल की 47 वर्षीया बेटी राजकुमारी हया बिंत अल-हुसैन दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मकतूम (72) की छह पत्नियों में सबसे छोटी रही हैं।
2004 में हुआ था निकाह
दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मकतूम से उनका निकाह वर्ष 2004 में हुआ था और तब पहले से ही उनकी पांच पत्नियां मौजूद थीं। राजकुमारी हया और दुबई के शासक राशिद अल-मकतूम के दो बच्चे भी हुए। बेटी की उम्र जहां 14 साल है, वहीं बेटे की उम्र नौ साल है। शेख की छठी पत्नी राजकुमारी हया अप्रैल 2019 में अचानक अपने दोनों बच्चों के साथ चुपके से दुबई छोड़ ब्रिटेन चली गई थीं, जहां उन्होंने अपने शौहर पर कई आरोप लगाए। उन्होंने यहां तक कहा कि उन्हें जान का खतरा है।
जॉर्डन की राजकुमारी हया का जन्म इसी देश में हुआ था, लेकिन जब वह महज तीन साल की थीं, एक हेलिकॉप्टर हादसे में उनकी मां की जान चली गई, जिसके बाद उनका बचपन, किशोरावस्था और युवावस्था ब्रिटेन में ही बीता। ब्रिटेन में पली-बढ़ी और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शनशास्त्र और अर्थशास्त्र में पढ़ाई कर चुकी राजकुमारी ने भले ही दुबई के शेख से निकाह किया, लेकिन यहां की बंदिशों वाली व्यवस्था में उनके लिए खुद को ढाल पाना आसान नहीं था और इस रिश्ते का अंत आखिरकार तलाक के रूप में हुआ।