ब्रिटेन में हजारों पब और रेस्तरां सोमवार को पहली बार इनडोर सर्विस के लिए खोला गया।
लंदन: 17 मई, 2021 को लंदन के द फॉरेस्टर पब में लोगों के चेहरे पर खुशी थी। दरअसर जनवरी के बाद ब्रिटेन सरकार ने पब को ऐहतियात के साथ खोलने की इजाजत दी है।इलिंग के पब में कर्मचारी ड्रिंक्स की ट्रे तैयार की और लोगों ने ड्रिंक्स टोस्ट के साथ एक-दूसरे को गले लगाया।
ब्रिटेन में हजारों पब और रेस्तरां सोमवार को पहली बार इनडोर सर्विस के लिए खोला गया। बता दें कि जनवरी की शुरुआत से ही कोरोना की वजह से पाबंदी लगी थी। लेकिन प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी है कि हमें कोरोना के भारतीय वैरिएंट्स की वजह से सतर्क रहना होगा।
इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स के लोग अब पब और रेस्तरां के अंदर बैठ सकते हैं और एक-दूसरे को फिर से गले लगा सकते हैं। यह ब्रिटेन के सफल टीकाकरण अभियान की शुरूआत के बाद से कोरोना प्रतिबंधों को हटाने का सबसे बड़ी शुरूआत है।
डीपीए समाचार एजेंसी के मुताबिक, इंग्लैंड और वेल्स में बार और रेस्तरां सोमवार को महीनों में पहली बार अपने इनडोर बैठने की जगह को फिर से खोल रहे हैं, स्कॉटिश वेन्यू जहां यह पहले से ही संभव था। अब ये फिर से इनडोर शराब परोस सकते हैं।
ये तीन देशों में लोग सामाजिक रूप से भी मिल सकते हैं। घर के अंदर के लिए अब इंग्लैंड में छह लोगों या दो घरों तक की सीमा है जबकि बाहर के लिए अधिकतम सीमा 30 लोग है। ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने नागरिकों को सलाह दी थी कि वे अब खुद अपने निर्णय कर सकते हैं और सतर्क हो सकते हैं।
इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स में अन्य मनोरंजक स्थानों जैसे सिनेमा, संग्रहालय, थिएटर और कॉन्सर्ट हॉल को भी फिर से खोलने की अनुमति है, हालांकि बड़े आयोजनों की क्षमता सीमाओं के अंदर हैं। इंग्लैंड और वेल्स में अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंध को हटाने का एक बहुप्रतीक्षित प्रभाव पड़ा है, जिससे लोगों को ट्रैफिक लाइट ग्रेडिंग सिस्टम के आधार पर यात्रा करने की अनुमति मिल गई है।
हरे देशों के लिए, ब्रिटिश यात्रियों को घर लौटने पर क्वारंटीन करने की आवश्यकता नहीं होती है यदि वे कोरोनावायरस के लिए निगेटिव परीक्षण करते हैं। रेड देशों का मतलब है कि लोगों को होटलों या दूसरी जगहों पर क्वारंटीन करना होगा। ग्रीन लिस्ट वाले देशों में ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई और न्यूजीलैंड शामिल हैं, लेकिन घर के करीब के देशों में पुर्तगाल और आइसलैंड भी शामिल हैं।
स्कॉटलैंड के दो क्षेत्र, ग्लासगो और मोरे में कोरोनोवायरस के मामलों में वृद्धि के कारण कड़े प्रतिबंध बनाए रखेंगे। इसमें निजी घरों में बैठक न करना और सामाजिक दूरी बनाए रखना शामिल है। प्रतिबंधों को हटाने के बावजूद, स्कॉटलैंड और इंग्लैंड के नेताओं ने अभी भी लोगों से अपने व्यवहार में सतर्क रहने का आग्रह किया है, क्योंकि कोरोनोवायरस के भारतीय संस्करण के मामलों में वृद्धि हुई है।
कोविड-19 के बी1.617.2 स्वरूप के मामलों की संख्या ब्रिटेन में एक हफ्ते के भीतर दोगुनी हो गई है। इसके मद्देनजर देश के जिन हिस्सों में वायरस का यह स्वरूप तेजी से फैलने लगा है, वहां जांच और टीकाकरण में तेजी लाई जा रही है। कोविड-19 के बी1.617.2 स्वरूप की सबसे पहले भारत में पहचान की गई थी।
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने चंद दिन पहले ये बताया था कि उसके ताजा विश्लेषण में यह बात सामने आई है कि वायरस के इस बेहद संक्रामक स्वरूप से पिछले सप्ताह 520 लोग संक्रमित हुए थे। यह संख्या इस सप्ताह बढ़कर 1313 हो गई। ज्यादातर मामले उत्तर पश्चिम इंग्लैंड और लंदन में पाए गए हैं और संक्रमण की इस कड़ी को तेजी से तोड़ने के लिये अतिरिक्त कदम उठाए जा रहे हैं।
कोविड-19 वायरस का यह स्वरूप सबसे पहले महाराष्ट्र में मिला था।ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी बेहद सावधानी से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं तथा अगर जरूरत पड़ी तो और कदम उठाने से नहीं हिचकिचाएंगे। उन्होंने संकेत दिया कि सभी लॉकडाउन कदमों को हटाने की रूपरेखा का 21 जून को फिर से आकलन किया जा सकता है। हैनकॉक ने कहा कि आंकड़े दर्शाते हैं कि क्यों हमने त्वरित और निर्णायक कदम उठाए हैं। वायरस के इस स्वरूप पर नियंत्रण के लिये सबको भूमिका निभानी है। इसमें जांच कराना, नियमों का पालन करना और टीका लेना शामिल है। (एजेंसी इनपुट के साथ)