- चीन का वुहान शहर कोरोना का है केंद्र, अब तक 2200 से ज्यादा लोगों की चीन में मौत
- डब्ल्यूएचओ ने अंतरराष्ट्रीय हेल्थ इमरजेंसी किया है घोषित
- भारत ने अपने नागरिकों को चीन से निकाला
दुबई: सालाना हज यात्रा से कुछ महीने पहले कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका को देखते हुए सऊदी अरब ने बृहस्पतिवार को इस्लाम के सबसे पवित्र स्थलों की यात्रा पर रोक लगा दी है।पश्चिम एशिया में कोरोना वायरस के 240 से अधिक मामले सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है।
सऊदी अरब के इस फैसले का मकसद विदेशी नागरिकों को पवित्र शहर मक्का और काबा जाने से रोकना है, जहां दुनिया के एक अरब 80 करोड़ मुस्लिम एक दिन में पांच बार की नमाज अदा करते हैं।
कोरोना का असर, उमरा पर रोक
फैसले में यह भी कहा गया है कि मदीना में पैगम्बर मोहम्मद की मस्जिद की यात्रा पर भी रोक रहेगी। अधिकारियों ने विषाणु से प्रभावित देशों से टूरिस्ट वीजा पर सऊदी आने वाले लोगों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी है।यह घोषणा सऊदी अरब में महामारी के संभावित प्रसार को लेकर उसकी चिंता दर्शाती है।पश्चिम एशिया में महामारी का केंद्र और इससे सबसे अधिक प्रभावित देश ईरान है जहां इस विषाणु के 141 पुष्ट मामलों में से 22 लोगों की मौत हो चुकी है।
अरब मुल्कों में कोरोना के मामले सामने आए
तेल बहुल छोटे से देश कुवैत में भी विषाणु से संक्रमण के मामलों में अचानक इजाफा हुआ है और इससे संक्रमित लोगों की संख्या बृहस्पतिवार को 26 से बढ़कर 43 हो गई है। पीड़ित सभी लोग हाल में ईरान से यात्रा कर लौटे थे।बहरहाल सऊदी अरब में महामारी के किसी मामले की पुष्टि नहीं हुई है।
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने इस फैसले की घोषणा करते हुए बयान दिया, ‘‘सऊदी अरब इस विषाणु के प्रसार पर रोक के उपाय के तहत सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों पर अपना सहयोग करेगा और वह अपने नागरिकों से अनुरोध करता है कि वे कोरोना वायरस से प्रभावित देशों की यात्रा से पहले एहतियात बरतें।’’
बहरीन में 33 मामलों की पुष्टि
मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम लोग परवरदिगार से पूरी इंसानियत को इस नुकसान से बख्शने की दुआ मांगते हैं।’’बहरीन में बृहस्पतिवार सुबह विषाणु से संक्रमण के 33 मामलों की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने इराक और लेबनान से आने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगा दी है। उसने दुबई और संयुक्त अरब अमीरात में शारजाह से आने वाली उड़ानों पर भी प्रतिबंध में 48 घंटे का इजाफा किया है।
'शहरों को सील करने की योजना नहीं'
ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने कहा कि शहरों को बंद करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है लेकिन उन्होंने स्वीकारा कि ईरान में विषाणु पर नियंत्रण पाने में ‘‘एक, दो या तीन हफ्ते’’ लग सकते हैं। इस बीच इराक के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को राजधानी बगदाद में कोरोना वायरस के पहले मामले की घोषणा की, जिससे देश में इससे संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। इन सभी का संबंध ईरान से है।