- श्रीलंका में सरकार समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसक झड़प हो रही है
- हिंसा में 200 के करीब लोग घायल हो चुके हैं
- 1948 में आजादी मिलने के बाद से अब तक के समय में श्रीलंका अपने सबसे बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है
श्रीलंका में हालात काफी बद से बदतर हो गए हैं। आज ही प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब खबर आई है कि कुरुनागला में उनके आवास में आग लगा दी गई है। प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे के पुश्तैनी घर में आग लगा दी।
इसके अलावा सांसद महिपाल हेराथ के केगले स्थित आवास में भी आग लगा दी गई है। बंदरवाला में सांसद थिसा कुटियाराची के एक रिटेल स्टोर में आग लगा दी गई है। इसके अलावा मतारा में मंत्री कंचना विजेसेकेरा के घर को प्रदर्शनकारियों ने तोड़ दिया है।
श्रीलंका में राजनीतिक हिंसा में एक सांसद सहित पांच लोग मारे गए हैं और लगभग 200 घायल हो गए हैं। पुलिस ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के विधायक अमरकीर्ति अथुकोरला ने दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी और फिर कोलंबो के बाहर सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों की भीड़ से घिरे होने के बाद अपनी जान ले ली। एक अन्य सत्तारूढ़ दल के राजनेता ने दक्षिणी शहर वीरकेतिया में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला दीं, जिसमें दो की मौत हो गई और पांच घायल हो गए।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे ने दिया इस्तीफा, पूरे देश में लगाया गया है कर्फ्यू
स्वतंत्रता के बाद से सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका को महीनों तक ब्लैकआउट और भोजन, ईंधन और दवाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। इसने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के साथ-साथ उनके प्रधानमंत्री भाई के खिलाफ प्रदर्शनों को जन्म दिया।
श्रीलंका में फिर से लागू हुआ आपातकाल, राष्ट्रपति गोताबाया ने की घोषणा
श्रीलंका में सरकार समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसक झड़प हो रही है। पोलोन्नारुआ जिले से श्रीलंका पोदुजना पेरामुना (एसएलपीपी) के सांसद अमरकीर्ति अतुकोराला (57) को सरकार विरोधी समूह ने पश्चिमी शहर नित्तम्बुआ में घेर लिया। लोगों का दावा है कि सांसद की कार से गोली चली थी और जब आक्रोशित भीड़ ने उन्हें कार से उतारा तो उन्होंने भागकर एक इमारत में शरण ली। लोगों का कहना है कि सांसद ने स्वयं अपनी रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि इमारत को हजारों लोगों ने घेर रखा था और बाद में सांसद और उनका निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) मृत मिला। हिंसक हमले के बाद श्रीलंका में कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण से बाहर चली गई है। एसएलपीपी पार्टी के नेताओं के स्वामित्व वाली संपत्तियों पर हमले हो रहे हैं।
पूर्व मंत्री नीमल लांजा के आवास पर भी हमला किया गया है जबकि महापौर समन लाल फर्नांडो के आवास में आग लगा दी गई। सत्तारूढ़ पार्टी के मजदूर नेता महिंदा कहानदागमागे के कोलंबो स्थित आवास पर भी हमला हुआ है।