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मोदी बनना चाह रहे थे इमरान खान! कोरोना के बहाने श्रीलंका ने दिया झटका

Updated Feb 18, 2021 | 12:55 IST

खास बात यह भी है कि संसद को संबोधित करने का अनुरोध श्रीलंका की तरफ से नहीं बल्कि पाकिस्तान सरकार की तरफ से आया था। पाक सरकार के अनुरोध के बाद श्रीलंका ने इस कार्यक्रम के लिए हामी भरी थी।

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श्रीलंका की संसद को संबोधित करना चाहते थे इमरान खान।
मुख्य बातें
  • मार्च 2015 में श्रीलंका की संसद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया था
  • 22 फरवरी को श्रीलंका पहुंचेंगे इमरान खान, चाहते थे संसद को संबोधित करना
  • संसद में कश्मीर का मुद्दा का उठा सकते थे इमरान, श्रीलंका ने कार्यक्रम रद्द किया

नई दिल्ली : ऐसे कई मौके आए हैं जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी की नकल करने की कोशिश की है। पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम की तरह कुछ दिनों पहले उन्होंने रेडियो पर अपने देश के लोगों से बात की। इमरान 22 फरवरी से अपनी दो दिनों की श्रीलंका यात्रा पर जाने वाले हैं। इस यात्रा के दौरान वह श्रीलंका की संसद को संबोधित करने वाले थे लेकिन उनकी यह मुराद अब पूरी नहीं हो पाएगी। दरअसल, श्रीलंका ने अपनी संसद को संबोधित करने के इमरान के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2015 में श्रीलंका की संसद को संबोधित किया था। किसी देश की संसद को संबोधित करना बाहरी राष्ट्राध्यक्ष के लिए सम्मान की बात मानी जाती है।  

भारत के साथ रिश्ते में संतुलन लाना चाहता है श्रीलंका
समझा जाता है कि इमरान का कार्यक्रम रद्द कर  श्रीलंका, भारत के साथ अपने रिश्तों में संतुलन लाना चाहता है। चर्चा यह भी है कि इमरान खान श्रीलंका की संसद को संबोधित करते समय कश्मीर का मुद्दा उठा सकते थे जो नई दिल्ली को नागवार गुजरती। श्रीलंका के समाचार पत्र 'एक्सप्रेस' का कहना है कि संसद को संबोधित करने का अवसर इमरान खान को देने पर यह संदेश जाता कि कोलंबो पाकिस्तानी पीएम को प्रधानमंत्री मोदी के बराबर रख रहा है। इसलिए उनका संबोधन कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। 

अंतरराष्ट्रीय मंचों का गलत इस्तेमाल करते हैं इमरान
यह जगजाहिर है कि इमरान खान कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों का गलत इस्तेमाल करते आए हैं। खास बात यह भी है कि संसद को संबोधित करने का अनुरोध श्रीलंका की तरफ से नहीं बल्कि पाकिस्तान सरकार की तरफ से आया था। पाक सरकार के अनुरोध के बाद श्रीलंका ने इस कार्यक्रम के लिए हामी भरी थी। इमरान अपनी दो दिनों की यात्रा पर 22 फरवरी को कोलंबो पहुंचेंगे और 24 फरवरी को उनका कार्यक्रम श्रीलंकाई संसद को संबोधित करने का था। 

श्रीलंकाई राष्ट्रपति, पीएम से मिलेंगे इमरान
समाचार पत्र 'डॉन' के मुताबिक अपनी इस यात्रा के दौरान इमरान राष्ट्रपति गोताबाया राजपक्षे, पीएम महिंदा राजपक्षे सहित सरकार के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे। वहीं, श्रीलंका की मीडिया में इमरान का कार्यक्रम रद्द होने के पीछे अलग वजह बताई गई है। 'एक्सप्रेस' ने विदेश सचिव जयंत कोलोमबागे के हवाले से कहा है कि पाकिस्तानी पीएम का कार्यक्रम कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए रद्द किया गया है। 

मुस्लिमों के अधिकार का मुद्दा भी उठा सकते थे पाक पीएम
इसी समाचार पत्र ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि श्रीलंका सरकार में कुछ ऐसे लोग हैं जो नहीं चाहते कि संसद में इमरान खान का भाषण हो। ऐसा होने पर उन्हें भारत के साथ संबंध बिगड़ने की आशंका है। बताया जा रहा है कि कोलंबो बंदरगाह में इस्ट कंटेनर टर्मिनल पर डील रद्द होने से नई दिल्ली-कोलंबो के रिश्ते पहले ही दबाव के दौर से गुजर रहे हैं। आशंका यह भी जताई गई कि इमरान खान श्रीलंका में रहने वाले मुस्लिम के अधिकार का मुद्दा उठा सकेत हैं। दरअसल, श्रीलंका की सरकार ने कोरोना से मरने वाले लोगों को जलाने का आदेश दिया है। इसमें मुस्लिम भी शामिल हैं।