- श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच देश के कैबिनेट मंत्रियों ने सामूहिक रूप से दिया इस्तीफा
- आर्थिक तंगी से जूझ रहा है पूरा देश, राजनीतिक स्थिति हुई डांवाडोल
- हालांकि पीएम महिंदा अभी भी अपने पद पर बने हुए हैं
कोलंबो: देश में आर्थिक संकट को लेकर सरकार के खिलाफ बढ़ते जनाक्रोश के बीच प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के अलावा श्रीलंका की पूरे कैबिनेट ने इस्तीफा दिया था जिसके बाद अब नई कैबिनेट का गठन किया गया है। हालांकि आज राष्ट्रपति ने सभी राजनीतिक दलों को कैबिनेट में शामिल होने और राष्ट्रीय संकट को हल करने के लिए मंत्री पद स्वीकार करने का निमंत्रण दिया था। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने संसद में सभी दलों को सरकार में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
Sri Lanka Crisis Updates:
-श्रीलंका में कैबिनेट के सामूहिक इस्तीफे के बाद नई कैबिनेट का गठन किया गया है। जिसमें अली सब्री को वित्त मंत्री, जीएल पीरिश को विदेश मंत्री, जॉनसन फर्नांडो को परिवहन मंत्री और दिनेश गुनावर्धना को शिक्षा मंत्री बनाया गया है।
-सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका (CBSL) के गवर्नर अजित निवार्ड काबराल ने अपना इस्तीफा दे दिया है। काबराल ने पुष्टि की कि उन्होंने आज राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। अजित निवार्ड काबराल ने ट्वीट किया, "सभी कैबिनेट मंत्रियों के इस्तीफा देने के संदर्भ में, मैंने आज राज्यपाल, सीबीएसएल के रूप में अपना इस्तीफा महामहिम राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को सौंप दिया है।"
राजपक्षे के बेटे ने दिया था सबसे पहले इस्तीफा
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब देश के खेल मंत्री और पीएम राजपक्षे के बेटे नमल राजपक्षे के अपने सभी विभागों से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद एक घंटे से भी कम समय में यह घटनाक्रम घटा। नमल राजपक्षे ने एक ट्वीट में कहा, 'मैंने सचिव को तत्काल प्रभाव से सभी विभागों से अपने इस्तीफे के बारे में राष्ट्रपति को सूचित कर दिया है, उम्मीद है कि यह लोगों और श्रीलंका की सरकार के लिए स्थिरता स्थापित करने के लिए महामहिम और प्रधान मंत्री के निर्णय की सहायता कर सकता है। मैं अपने मतदाताओं, मेरी पार्टी और हंबनटोटा के लोगों के लिए प्रतिबद्ध हूं।'
आर्थिक संकट से जूझ रहा है लंका
आपको बता दें कि श्रीलंका अब तक के अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है। COVID-19 महामारी के दौरान पर्यटन पर रोक के कारण विदेशी मुद्रा की कमी के बाद यह हालात उपजे हैं। इससे पहले रविवार को, श्रीलंका के प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम राजपक्षे के इस्तीफे की खबरों का खंडन किया और उन्हें "झूठा" करार दिया और कहा कि वर्तमान में ऐसी कोई योजना नहीं है।
लगा है देशव्यापी कर्फ्यू
देश में आर्थिक संकट से निपटने के लिए सरकार के प्रयासों से जनता के असंतोष को लेकर कोलंबो में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बाद श्रीलंका ने शनिवार को तीन दिवसीय द्वीप-व्यापी कर्फ्यू लगा दिया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने शुक्रवार को 'सार्वजनिक सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के रखरखाव' को सुनिश्चित करने के लिए देशव्यापी आपातकाल की घोषणा की थी।
Sri Lanka में बदतर हुए हालात, हिंसक प्रदर्शनों के बीच राष्ट्रपति ने किया आपातकाल लगाने का ऐलान