काबुल: तालिबान ने 2014 में मतदान करने पर सफीउल्लाह सफी की एक उंगली काट दी थी। हालांकि वो इसके बाद भी नहीं रुके। शनिवार को अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान किए गए। सफी ने इस दौरान भी वोट डाला। 2014 में उनकी सीधे हाथ की उंगली काट दी गई थी, तो उन्होंने इस बार बाएं हाथ की उंगली से वोट डाला। उनकी ये फोटो ट्विटर पर खूब वायरल हुई। ये तस्वीर लोगों को वोट डालने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
2014 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान तालिबान लड़ाकों ने कई मतदाताओं की उंगलियों को काट दिया था।
न्यूज एजेंसी 'रॉयटर्स' की खबर के अनुसार, सफी ने टेलीफोन द्वारा कहा, 'मुझे पता है कि यह एक दर्दनाक अनुभव था, लेकिन यह केवल एक उंगली थी। जब मेरे बच्चों और देश के भविष्य की बात आती है तो मैं अपना पूरा हाथ काटकर भी नहीं बैठूंगा।' सफी ने बताया कि कैसे 2014 में उसने अपना वोट डाला था और एक दिन बाद राजधानी काबुल से यात्रा की, जहां वह पूर्वी शहर खोस्त में रहता था। उसकी उंगली पर वोटिंग से स्याही लगी हुई थी।
उसने बताया, 'तालिबान ने मुझे कार से निकाला और सड़क से दूर ले गए जहां उन्होंने अदालत लगाई। उन्होंने यह कहते हुए मेरी उंगली काट दी कि मैंने उनकी चेतावनी के बावजूद चुनाव में हिस्सा लिया... मेरे परिवार ने मुझे इस बार ऐसा नहीं करने के लिए कहा था, लेकिन इसके बजाय मैं उन सभी को वोट डालने के लिए ले गया।'
इस बार अफगानिस्तान के लोगों ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान किया जबकि तालिबान ने देशभर में कई जगहों पर मतदान केंद्रों को निशाना बनाकर विस्फोट किए। अधिकारियों ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में चुनाव के दौरान हुए विस्फोटों में कम से कम पांच सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं जबकि 37 असैन्य नागरिक घायल हुए हैं। रक्षा मंत्री असदुल्ला खालिद ने बताया कि दुश्मनों ने देश भर में चुनाव के खिलाफ 68 हमले किए हैं, लेकिन सुरक्षा बलों ने ज्यादातर को विफल कर दिया।